पुवायां। पुलिस की मौजूदगी में घर ढहाने और घरेलू सामान तोड़े जाने के मामले में एडीएम ने एसडीएम को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। एडीएम से मिलने के बाद एसडीएम से मिली पीड़ित और उनकी पुत्री फफक कर रो पड़ी। बताया कि एक बड़े नेता के इशारे पर पुलिस, प्रशासन ने घर को गिरवाया है। पीड़ित परिवार दूसरी रात भी खुले में पड़ा रहा।
गौरतलब है कि पुवायां के मोहल्ला गांधीनगर में संतोष अवस्थी अपने परिवार सहित रहते हैं। पुवायां के ही आशीष कुमार जगह को अपनी बताते हैं। 24 नवंबर की शाम पुलिस की मौजूदगी में संतोष अवस्थी का घर जेसीबी से ढहा दिया गया। तोड़फोड़ कर घरेलू सामान सड़क पर फेंक दिया। इससे पूर्व संतोष के परिवार को पुलिस ने 24 नवंबर की सुबह से ही पकड़कर थाने में बैठा लिया था। संतोष अवस्थी की पत्नी रामकली उर्फ श्यामकली का आरोप है कि जमीन उन लोगों ने 60 हजार रुपये में खरीदी थी। 40 वर्ष से वह लोग जमीन पर घर बनाकर रह रहे हैं। इसके बाद भी पुलिस ने उनका घर ढहा दिया।
शनिवार को रामकली अपनी पुत्री के साथ शाहजहांपुर में एडीएम वित्त एवं राजस्व त्रिभुवन सिंह से मिलीं और घटना की जानकारी दी। एडीएम ने एसडीएम को जांच कर कार्रवाई को कहा है। इसके बाद रामकली थाना दिवस में एसडीएम से मिली। रोते हुए पुलिस की कार्यशैली से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि जमीन का मामला सिविल जज शाहजहांपुर की अदालत में लंबित है। उसमें 15 दिसंबर की तारीख लगी है। इसके बाद भी पुलिस ने मिलीभगत कर जेसीबी से उनका घर गिरवा दिया। एसडीएम ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है। दूसरे पक्ष के आशीष शाह का कहना है कि रामकली झूठ बोल रही हैं। जमीन नहीं बेची गई थी। ठेके पर जमीन देने के बाद संतोष अवस्थी जमीन पर जबरन काबिज होना चाहते हैं।
दूसरे दिन भी खुले आसमान के नीचे काटी रात
संतोष अवस्थी के परिवार ने दूसरे दिन भी खुले आसमान के नीचे रात गुजारी। पुलिस और प्रशासन ने जेसीबी से घर ढहाए जाने के मामले में अभी तक रिपोर्ट दर्ज करने की जरूरत नहीं समझी है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि उनका तमाम कीमती सामान लूट लिया गया है।
पीड़ित का आरोप, पुलिस ने रची साजिश, किस नियम के तहत गिरवाया घर
संतोष अवस्थी की पत्नी रामकली का आरोप है कि एक नेता के इशारे पर पुलिस ने जेसीबी से उनका घर गिरवा दिया। इस दौरान विपक्ष के लोगों ने तमाम सामान लूट लिया। पुलिस ने परिवार के लोगों को घटना की सुबह से ही थाने में क्यों बैठाया। उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उधर पुलिस का कहना है कि राजस्व टीम के साथ पुलिस केवल सुरक्षा के लिए गई थी। जबकि एसडीएम, नायब तहसीलदार आदि घर गिराने के लिए कोई आदेश न होने की बात कह रहे हैं।
शनिवार को भी हुई धक्का मुक्की
शनिवार को पीड़ित परिवार ने घरेलू सामान को सड़क किनारे से उठाकर प्लॉट में रखना चाहा तो दूसरे पक्ष के लोगों से उनकी धक्कामुक्की हो गई। पीड़ितों का कहना है कि वे जमीन से नहीं जाएंगे। अगर उनको ज्यादा परेशान किया गया तो वह आमरण अनशन शुरू कर देंगे। शनिवार देर शाम तक दोनों पक्ष मौके पर मौजूद थे। पुलिस भी मौके पर पहुंची, लेकिन बिना कार्रवाई के लौट गई।
मामला संज्ञान में आया है। मामले की जांच कर दोषियों पर रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। गरीब परिवार को न्याय मिलेगा।
पंकज पंत, सीओ पुवायां
नगर पालिका से कहा गया है कि खुले में रह रहे परिवार की मदद की जाए। नायब तहसीलदार आशीष सिंह से मामले की जांच कर तत्काल रिपोर्ट तलब की गई है, जिससे कार्रवाई की जा सके।
हिमांशु उपाध्याय, एसडीएम पुवायां