शाहजहांपुर में बालिका व छात्रा के साथ हुई घटनाओं की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर जुलूस निकालकर ड
- फोटो : SHAHJAHANPUR
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शाहजहांपुर। आम आदमी के साथ ही विपक्षी दलों से जुड़े लोगों ने बेटियों के साथ अमानवीय कृत्य की घटना सामने आने के बाद कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए राज्य सरकार को घेरा है। कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा हकीकत से कोसों दूर है। जबकि भाजपा जिलाध्यक्ष का कहना है कि दोषियों पर ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी कि भविष्य मेें पुनरावृत्ति नहीं हो सके।
बेटियों के साथ हुई दोनों घटनाओं ने मानवता को तार-तार कर दिया है। प्रदेश सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ नारा का ढोल पीट रही है, लेकिन मासूमों के साथ जघन्य व्यवहार और पढ़ने के लिए कॉलेज गई छात्रा को जलाने से साबित हो गया कि सरकार के दावे पूरी तरह खोखले हैं। समाजवादी पार्टी पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। सरकार को संबंधित परिवारों को पर्याप्त मुआवजा दे। दोषियों को सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। - तनवीर खां, जिलाध्यक्ष, सपा
बहुजन समाज पार्टी शुरू से मान रही है कि केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों की कथनी-करनी में भारी अंतर है। एक ओर महिलाओं की सुरक्षा के लिए सरकार महिला सशक्तिकरण के नाम पर दिखावे के कार्यक्रम कर रही है और दूसरी ओर समाज को झकझोरने वाली ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं। सरकार साफ नीयत से महिलाओं की सुरक्षा का अभियान चलाती तो ऐसी घटनाएं नहीं होतीं। दोनों घटनाओं का जल्द खुलासा होना चाहिए। - जदुवीर गौतम, जिलाध्यक्ष, बसपा
दोनों घटनाएं शर्मसार करने वाली हैं। इन घटनाओं ने सरकार के झूठे नारों और दावों की पोल खोलने के साथ सरकार की नीयत पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। भाजपा के लोग जो भी कहते हैं, उसका उल्टा करते हैं। महिला सशक्तिकरण के नारे लगने के बावजूद महिलाएं आज भी असुरक्षित हैं। जिन बच्चियों को समाज से दुलार मिलना चाहिए, उन पर जानलेवा हमले भयहीन समाज का सुबूत हैं और इसके लिए सरकार दोषी है। - रजनीश गुप्ता, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस
योगी सरकार प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद से कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर बनी हुई है। इस तरह की घटनाएं किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी, भले ही उनमें लिप्त लोग कितनी भी ऊंची पहुंच वाले क्यों न हों। इन घटनाओं को लेकर डीएम से वार्ता हुई है। पीड़िताओं को हर हाल में न्याय दिलाया जाएगा। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि आपराधिक मानसिकता वाले अन्य लोगों के लिए सबक बने और ऐसी घटनाओं का दोहराव नहीं होने पाए। - हरी प्रकाश वर्मा, जिलाध्यक्ष, भाजपा
बेटियों को न्याय दिलाने को अभाविप का प्रदर्शन
शाहजहांपुर। दो बालिकाओं को अगवा कर एक की हत्या कर दिए जाने और एसएस कॉलेज की छात्रा को जलाने जैसी आपराधिक घटनाओं के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकताओं ने मंगलवार को कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। बाद मेें परिषद के कार्यकर्ताओं का शिष्टमंडल सिटी मजिस्ट्रेट राजेश कुमार से मिला और उन्हें एसपी के नाम ज्ञापन देकर दोनों घटनाओं की निष्पक्ष जांच कराने के साथ बेटियों के परिजन को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की।
ज्ञापन में कहा गया है कि सोमवार को देर शाम बीए की छात्रा झुलसी हालत में लखनऊ-दिल्ली हाईवे के किनारे नगरिया मोड़ केे पास पड़ी पाई गई। दूसरी घटना दो अबोध बालिकाओं को अगवा किए जाने की संज्ञान में आई है, जिसमें एक बालिका की हत्या कर उसका शव जंगल में फेंकने का मामला सामने आया है। इन दोनों घटनाओं की निष्पक्ष जांच कर पीड़िताओं और उनके परिवारों को न्याय दिलाकर दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा देने की मांग की है। इस मौके पर महानगर सह मंत्री श्रुति गुप्ता, नेहा यादव, लकी दीक्षित, मुदित द्विवेदी, विभव सक्सेना, अमितेश कुमार, शेखर कनौजिया, प्रशांत सैनी आदि शामिल रहे।
शाहजहांपुर। आम आदमी के साथ ही विपक्षी दलों से जुड़े लोगों ने बेटियों के साथ अमानवीय कृत्य की घटना सामने आने के बाद कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए राज्य सरकार को घेरा है। कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा हकीकत से कोसों दूर है। जबकि भाजपा जिलाध्यक्ष का कहना है कि दोषियों पर ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी कि भविष्य मेें पुनरावृत्ति नहीं हो सके।
बेटियों के साथ हुई दोनों घटनाओं ने मानवता को तार-तार कर दिया है। प्रदेश सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ नारा का ढोल पीट रही है, लेकिन मासूमों के साथ जघन्य व्यवहार और पढ़ने के लिए कॉलेज गई छात्रा को जलाने से साबित हो गया कि सरकार के दावे पूरी तरह खोखले हैं। समाजवादी पार्टी पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। सरकार को संबंधित परिवारों को पर्याप्त मुआवजा दे। दोषियों को सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। - तनवीर खां, जिलाध्यक्ष, सपा
बहुजन समाज पार्टी शुरू से मान रही है कि केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारों की कथनी-करनी में भारी अंतर है। एक ओर महिलाओं की सुरक्षा के लिए सरकार महिला सशक्तिकरण के नाम पर दिखावे के कार्यक्रम कर रही है और दूसरी ओर समाज को झकझोरने वाली ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं। सरकार साफ नीयत से महिलाओं की सुरक्षा का अभियान चलाती तो ऐसी घटनाएं नहीं होतीं। दोनों घटनाओं का जल्द खुलासा होना चाहिए। - जदुवीर गौतम, जिलाध्यक्ष, बसपा
दोनों घटनाएं शर्मसार करने वाली हैं। इन घटनाओं ने सरकार के झूठे नारों और दावों की पोल खोलने के साथ सरकार की नीयत पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। भाजपा के लोग जो भी कहते हैं, उसका उल्टा करते हैं। महिला सशक्तिकरण के नारे लगने के बावजूद महिलाएं आज भी असुरक्षित हैं। जिन बच्चियों को समाज से दुलार मिलना चाहिए, उन पर जानलेवा हमले भयहीन समाज का सुबूत हैं और इसके लिए सरकार दोषी है। - रजनीश गुप्ता, जिलाध्यक्ष, कांग्रेस
योगी सरकार प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद से कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर बनी हुई है। इस तरह की घटनाएं किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी, भले ही उनमें लिप्त लोग कितनी भी ऊंची पहुंच वाले क्यों न हों। इन घटनाओं को लेकर डीएम से वार्ता हुई है। पीड़िताओं को हर हाल में न्याय दिलाया जाएगा। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि आपराधिक मानसिकता वाले अन्य लोगों के लिए सबक बने और ऐसी घटनाओं का दोहराव नहीं होने पाए। - हरी प्रकाश वर्मा, जिलाध्यक्ष, भाजपा
बेटियों को न्याय दिलाने को अभाविप का प्रदर्शन
शाहजहांपुर। दो बालिकाओं को अगवा कर एक की हत्या कर दिए जाने और एसएस कॉलेज की छात्रा को जलाने जैसी आपराधिक घटनाओं के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकताओं ने मंगलवार को कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। बाद मेें परिषद के कार्यकर्ताओं का शिष्टमंडल सिटी मजिस्ट्रेट राजेश कुमार से मिला और उन्हें एसपी के नाम ज्ञापन देकर दोनों घटनाओं की निष्पक्ष जांच कराने के साथ बेटियों के परिजन को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की।
ज्ञापन में कहा गया है कि सोमवार को देर शाम बीए की छात्रा झुलसी हालत में लखनऊ-दिल्ली हाईवे के किनारे नगरिया मोड़ केे पास पड़ी पाई गई। दूसरी घटना दो अबोध बालिकाओं को अगवा किए जाने की संज्ञान में आई है, जिसमें एक बालिका की हत्या कर उसका शव जंगल में फेंकने का मामला सामने आया है। इन दोनों घटनाओं की निष्पक्ष जांच कर पीड़िताओं और उनके परिवारों को न्याय दिलाकर दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा देने की मांग की है। इस मौके पर महानगर सह मंत्री श्रुति गुप्ता, नेहा यादव, लकी दीक्षित, मुदित द्विवेदी, विभव सक्सेना, अमितेश कुमार, शेखर कनौजिया, प्रशांत सैनी आदि शामिल रहे।