कुछ देर को सहम गए थे लोग, दुकानें कर दी थीं बंद
संभ्रांत लोगों ने कमान संभालते हुए लोगों से की सौहार्द बनाए रखने की अपील
सुखलाल वर्मा
निगोही। अमूमन सार्वजनिक स्थलों पर होने वाले कार्यक्रमों में कौमी एकता पर बल दिया जाता है, लेकिन आज निगोही वालों ने शरारती तत्वों के मुंह पर तमाचा मारते हुए इसे हकीकत में साबित कर दिया। यह कौमी एकता का ही जज्बा था कि धार्मिक स्थल में मांस फेंकने से एक बड़े संप्रदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचने के बावजूद माहौल बिगड़ने से बच गया।
शुक्रवार को धार्मिक स्थल में मांस फेंकने की खबर सुनकर लोग सहम गए थे और उन्होंने घरों से निकलना बंद कर दिया था, लेकिन जैसे-जैसे दिन निकला और माहौल गर्म हुआ तो लोगों ने अपनी दुकानें भी बंद कर दीं। कुछ भी होने के डर से लोगों के चेहरे पर हवाइयां उड़ रही थीं, लेकिन कुछ लोगों ने पहल करते हुए कौमी एकता के बल पर माहौल को बिगड़ने से रोक लिया। संभ्रांत नागरिक रिटायर्ड इंजीनियर फारुख खां, हाजी मकसदू खां आदि ने लोगों से क्षेत्र अमन कायम रखने की अपील की जिससे माहौल बिगड़ने से बच गया और कस्बे में अमन कायम रहा।
ज्ञापन सौंपकर की दोषियों को
सख्त सजा देने की मांग
घटना के विरोध में जुलूस की शक्ल में लोग थाने की ओर बढ़ रहे थे। तभी संभ्रांत लोगों ने उन्हें शांत किया। जिससे भड़के लोग रास्ते में ही रुक गए। यहां सीओ सदर संजय कुमार ने लोगों से अपील की कि रिपोर्ट दर्ज करने के बाद दोषियों को जल्द पकड़ा जाएगा। इस पर लोग शांत हो गए। इसी दौरान जामा मस्जिद के सदर मोहम्मद इकबाल खां ने सीओ को ज्ञापन सौंप कर दोषियों को पकड़ कर सख्त कार्रवाई की मांग की।
सांसद ने की घटना की निंदा
सपा सांसद मिथलेश कुमार भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने धार्मिक स्थल में मांस फेंकने की कड़े शब्दों में निंदा की। सांसद ने कहा कि धार्मिक स्थल में मांस फेंकना निंदनीय कृत्य है। उन्होंने एसपी से बात कर दोषियों को जल्द पकड़ कर कड़ी सजा दिलाने को कहा।