0 नौकरी जाने के बाद तनाव में रहता था मेराज
0 सऊदी से वीजा आने के बाद कर रहा था रुपये का इंतजाम
शाहजहांपुर। नौकरी चली जाने के बाद एक मैकेनिक तनाव में आ गया। काम न लगने पर वह पिछले चार साल से जैसे-तैसे गुजारा कर रहा था। अब एक उम्मीद जगी सऊदी अरब जाने के लिए वीजा आ गया। इसके लिए वह रुपये का इंतजाम कर रहा था कि उसकी गुरुवार रात ट्रेन से कटकर मौत हो गई। मैकेनिक की मौत से परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है।
शहर के कैंट क्षेत्र के रहने वाले मेराज खां मुंबई में स्थित एक कोल्ड ड्रिंक की फैक्ट्री में मैकेनिक पद पर कार्यरत थे। यह कंपनी जहां भी अपना प्लांट लगाती थी, वहां मेराज को भेजा जाता था। करीब चार साल पहले कंपनी ने बीआरएस देकर मेराज समेत अन्य कर्मचारियों को हटा दिया। तब मेराज यहां स्थित अपने आवास पर मय परिवार के रहने लगे। कोई कामकाज न मिलने के कारण वह तनाव में रहने लगे। काफी मशक्कत के बाद सऊदी की एक कंपनी में नौकरी की व्यवस्था हुई। हाल में ही वहां से वीजा भी आ गया। इसके लिए उन्हें तीस हजार रुपये लखनऊ में जमा करने थे। लखनऊ में रह रहे मेराज के भाई शीबू ने दो दिन पहले कॉल करके पैसे जमा करने के लिए लखनऊ बुलाया था। मेराज रुपये का ही इंतजाम कर रहे थे। वे गुरुवार की शाम घर से लखनऊ जाने की बात कहकर निकले थे। गोविंदगंज फाटक के पास ट्रेन से कटकर मौत हो गई। सुबह वहां शव पड़ा देख काफी भीड़ एकत्र हो गई। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। मैकेनिक की मौत से परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है।
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एटीएम कार्ड से हुई शव की शिनाख्त
मेराज अपने साथ एटीएम कार्ड भी लेकर घर से निकले थे। चूंकि जहां उनकी ट्रेन से कटकर मौत हुई, उससे थोड़ी सी ही दूर पर उनका घर है। ट्रेन से कटने के बाद चेहरे के चीथड़े उड़ गए थे, इसलिए मौके पर जमा लोग पहचान ही नहीं पा रहे थे कि मरने वाला कौन है। वहीं पुलिस ने जेब से एटीएम कार्ड निकाला, उसमें चस्पा फोटो से वहां मौजूद लोगों ने फोटो से मेराज के शव की शिनाख्त की और सूचना पर परिवार वाले भी यहां आ गए।