डीएम के निरीक्षण में केंद्र बंद मिलने का नतीजा
- 25 आंगनबाड़ियों और 27 सहायिकाओं की हुई छुट्टी
- 12 आंगनबाड़ियों, 48 सहायिकाओं का मानदेय रोका
सिटी रिपोर्टर
शाहजहांपुर। डीएम ने गत मई में कराए गए आकस्मिक निरीक्षण में बंद पाए गए आंगनबाड़ी केंद्रों के स्टाफ में शामिल 25 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और 27 सहायिकाओं को विभागीय सेवा से बर्खास्त कर दिया है। यही नहीं, निरीक्षण में गैरहाजिर पाई गईं 12 आंगनबाड़ियों समेत 48 सहायिकाओं का मानदेय भुगतान अगले आदेश तक रोक दिया है।
बता दें कि डीएम रितु माहेश्वरी ने गत 26 मई को विभिन्न विभागों के अफसरोें की टीमें गठित करके उनसे एक साथ जिले के 133 आंगनबाड़ी केंद्र चेक कराए थे। इस दौरान अफसरों को 33 केंद्र बंद मिले। जो केंद्र खुले पाए गए वहां भी निरीक्षण के दौरान 12 आंगनबाड़ियां और 48 सहायिकाएं बिना किसी अवकाश के अनुपस्थित पाई गईं। तभी से इन सभी पर बर्खास्तगी की तलवार लटक रही थी और अमर उजाला ने गत 12 जून को इसका ब्योरा भी दे दिया था।
इस बीच, लापरवाह स्टाफ से जवाब-तलब भी हुए, लेकिन अधिकांश के स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं मिलने पर डीएम ने महिला कर्मियों के खिलाफ कड़ा कदम उठाने में कोई संकोच नहीं किया। जिला कार्यक्रम अधिकारी (बाल विकास) शशि किरन गुप्ता के अनुसार बंद पाए गए केंद्रों की 25 आंगनबाड़ियों और 27 सहायिकाओं की सेवा समाप्त कर दी गई है। इसी क्रम में अनुपस्थित पाई गईं आंगनबाड़ियों और सहायिकाओं को मई माह के मानदेय का भुगतान रोक दिया गया है।