- मिर्जापुर में हर ओर देखने को मिल जाएगा सरकारी धन का दुरुपयोग
शैलेंद्र पांडेय
मिर्जापुर। यदि सरकारी धन का दुरुपयोग देखना है, तो कटरी के नाम से पहचाने जाने वाले मिर्जापुर क्षेत्र में चले आइये। यहां एक नहीं अनेक ऐसे मामले मिल जायेंगे, जिनमें सरकारी खजानेे से लाखों रुपये खर्च होने के बाद भी लोगों को धेले का फायदा नहीं है।
केस-एक
मोहल्ला कुतुलूपुर में अब से लगभग सात वर्ष पहले स्वजल धारा के अर्न्तगत लाखों की लागत से बनी पानी की टंकी आज तक किसी को एक बूंद पानी नहीं दे सकी है।
‘राजीव गांधी स्वजल धारा के तहत 33लाख की लागत से बनी टंकी अबतक चालू नहीं किये जाने की शिकायत डीडीओ शाहजहांपुर से कईबार की गयी। उन्होने जांच भी की। फिर भी टंकी चालू नही हो सकी और न ही जिम्मेदार लोगों के विरूद्ध कोई कार्रवाई ही हुई है।’
- नीलेश यादव, ग्राम प्रधान
केस- दो
पिछले वर्ष आई बाढ़ में पीड़ितों को शुद्ध पेयजल और साफ-सफाई रखने के लिए तीन सौ हाईजीन कि ट प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के माध्यम से सप्लाई की गई थी, जो आज तक किसी बाढ़ पीड़ित को मिलना तो दूर देखने तक को नहीं मिली है। सभी किट स्वास्थ्य केन्द्र के स्टोर रूम में पड़ी सड़रही हैं।
‘अकेले होने के कारण समय से इनका वितरण नहीं हो सका है। 17 जून को पोलियो राउंड में भ्रमण के दौरान वितरण कर दिया जायेगा।’
- डॉ. आसिफ, प्रभारी पीएचसी
केस- तीन
लगभग दस वर्ष पूर्व लाखों रुपये की लागत से स्वास्थ्य केन्द्र के समीप बना राजकीय कृषि बीज भंडार और प्रभारी आवास में आज तक न तो बीज रखा गया और न ही प्रभारी आवास में किसी का गृह प्रवेश हो सका है, जबकि यह दोनों सरकारी भवन उपयोग के अभाव में खंडहर बन चुके हैं।
ब्लाक कैंपस में लाखों की लागत से बनी व्यायामशाला युवाओं के लिए निष्प्रयोज्य है। व्यायामशाला में ब्लाक का एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अपना आवास बनाये हुए है।
‘यहां लगभग आठ वर्ष से न तो कोई एडीओ (कृषि) है और न ही सहायक कृषि निरीक्षक, जिससे बीज भंडार बंद है। उपयोग के अभाव में भवन खंडहर हो गये हैं। व्यायामशाला कस्बे से दूर होने के कारण यहां कोई युवा भी आता नहीं। ’
- रामपाल, एडीओ (एसटी)