बिजली कटौती के विरोध में सड़क पर उतरी पब्लिक ने बसों में भी की तोड़फोड़
- 48 घंटे में सप्लाई सुधरने के आश्वासन पर माने लोग
- दूर तक लगीं वाहनों की कतारें, पुलिस रही बेबस
अमर उजाला नेटवर्क
तिलहर। बिजली की मांग को लेकर शुक्रवार को नगर वासियों के सब्र का बांध टूट गया। नेशनल हाईवे 24 के नगर स्थित मुख्य चौराहे पर गुस्साए लोगों ने जाम लगा दिया और रोडवेज की बसों में तोड़फोड़ की। भीड़ ने बसों को हाईवे पर आड़ातिरछा खड़ा कर हाईवे जाम कर दिया। जाम लगभग तीन घंटे तक रहा। इस दौरान यात्री काफी बेचैन देखे गए। महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे कड़ी धूप में काफी देर तक फंसे रहे। पुलिस बेबस दिखायी दी।
ध्यान रहे कि बिजली सप्लाई से परेशान नागरिकों ने गत 24 मई को 16 घंटे बिजली सप्लाई की मांग को लेकर नगर में अभूतपूर्व बंद तथा हाईवे जाम किया गया था, जिसके बाद बिजली विभाग और एडीएम (ई) की मध्यस्थता में 27 मई के बाद 16 घंटे बिजली दिए जाने का लिखित आश्वासन दिया गया था। इसके बावजूद नगर को चार घंटे से ज्यादा बिजली नहीं मिल सकी। इसी के गुस्साए लोग शुक्रवार को पूर्वान्ह 11 बजे हाईवे पर आ गए और मुख्य चौराहे पर जाम लगा दिया। भीड़ ने डीएम को बुलाने की मंाग की, लेकिन सीओ बीडी कठेरिया तथा एसडीएम लाल बहादुर चौधरी ने जिलाधिकारी के मीटिंग में होने के कारण असमर्थता जताई। इस दौरान सीओ तथा कोतवाल से जाम लगा रहे लोगों से तीखी नाेंकझोंक भी हुई, लेकिन बाद में काफी मान मनैबल के बाद अनन्त सहाय तथा अशोक खन्ना की मध्यस्थता से 48 घंटे में बिजली सप्लाई सुधरने के एसडीएम के आश्वासन के बाद जाम खुल सका। हाईवे पर यातायात दोपहर बाद दो बजे शुरू हुआ और तीन घंटे जाम में फंसे यात्रियों ने राहत की सांस ली।
हाईवे जाम लगाने वालों में भाजयुमो के नगराध्यक्ष पप्पू शर्मा, पंकज सिंह, सुमित प्रताप सिंह, अमन शुक्ला, व्यापारी नेता हितेश गुप्ता, रिंकू, गल्ला मंडी व्यापार मंडल के संजीव अग्रवाल, लोकेश आदि शामिल रहे।