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पेपर मिल के बैगास में अब भी सुलग रही आग
Shahjahanpur
Updated Sat, 26 May 2012 12:00 PM IST
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कहीं भी, कभी भी।
कई जिलों की 25 फायर ब्रिगेड गाड़ियां जुटी हैं बचाव में
- आग में फुंकी कई करोड़ की बैगास और मिल मशीनरी
सिटी रिपोर्टर
शाहजहांपुर। केआर पल्स पेपर मिल के बैगास के ढेर में लगी आग का कहर जारी है। आग में कई करोड़ की बैगास व मिल की संपत्ति राख हो चुकी है। मिल परिसर में बिछी बिजली व टेलीफोन की लाइनें भी ध्वस्त हो गई हैं। बैगास में अंदर सुलग रही आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की 25 गाड़ियां व आधा दर्जन पंप अभी भी लगे हुए हैं। हालांकि कल तक यहां फायर ब्रिगेड की 40 गाड़ियां बचाव कार्य में लगी हुईं थी। डीआईजी एलबी एंटोनी देव कुमार रात भर कैंप करने के बाद सुबह बरेली चले गए।
कांट रोड स्थित केआर पेपर मिल में 21 मई को बैगास के ढेर में आग लग गई थी। पूरी तरह से आग न बुझने के कारण बैगास के अंदर आग धीरे-धीरे सुलगने लगी। यही वजह रही कि इस आग ने भयंकर रूप धारण कर लिया। बैगास के अलावा फैक्ट्री परिसर में लगे बैम्बो (बांस), भूसा आदि के ढेर राख हो गए। आग में कई करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। आग बुझाने को 40 गाड़ियां लगाई गई थीं। गुरुवार की रात बरेली के डीआईजी श्री एंटोनी ने कैंप किया था। रात भर बचाव कार्य चलता रहा। इस समय बरेली, बदायूं, बीसलपुर, पीलीभीत, कानपुर, लखीमपुर खीरी, उन्नाव, कन्नौज, गोला, रामपुर, फरीदपुर, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद से आईं गाड़ियां आग बुझा रही हैं, कई जिले के एफएसओ आग बुझाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। इसके अलावा मिल परिसर में लगे हाईड्रैंड भी चौबीस घंटे चलाए जा रहे हैं। फैक्ट्री परिसर में लगे बैगास, भूसे और बैम्बो के सारे ढेर जलकर राख हो गए हैं। सिर्फ प्लांट ही बचा है। बिजली की केबिल जल जाने से बिजली सप्लाई ठप हो गई। अस्थाई रूप से डायरेक्ट लाइन डाल कर सप्लाई शुरू की गई है। यहां बताते चलें कि कृषि पर आधारित यह प्रदेश की सबसे बड़ी पेपर मिल है, जिसमें तमाम चीनी मिलों से खरीद कर बैगास का पूरे साल का स्टाक रखा जाता है, जो जलकर राख हो गया।
मिल का टैक्निकल व कामर्शियल स्टाफ भी आग को कंट्रोल करने में लगा है। मिल में कई करोड़ का नुकसान हो चुका है। नुकसान का वास्तविक आंकलन आग बुझने के बाद ही किया जाएगा। ईश्वर के आशीर्वाद व शासन व प्रशासन के त्वरित सहयोग से ही मुख्य प्लांट बच सका है।
- माधौ गोपाल अग्रवाल, निदेशक, केआर पेपर मिल।
कई जिलों की 25 फायर ब्रिगेड गाड़ियां जुटी हैं बचाव में
- आग में फुंकी कई करोड़ की बैगास और मिल मशीनरी
सिटी रिपोर्टर
शाहजहांपुर। केआर पल्स पेपर मिल के बैगास के ढेर में लगी आग का कहर जारी है। आग में कई करोड़ की बैगास व मिल की संपत्ति राख हो चुकी है। मिल परिसर में बिछी बिजली व टेलीफोन की लाइनें भी ध्वस्त हो गई हैं। बैगास में अंदर सुलग रही आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की 25 गाड़ियां व आधा दर्जन पंप अभी भी लगे हुए हैं। हालांकि कल तक यहां फायर ब्रिगेड की 40 गाड़ियां बचाव कार्य में लगी हुईं थी। डीआईजी एलबी एंटोनी देव कुमार रात भर कैंप करने के बाद सुबह बरेली चले गए।
कांट रोड स्थित केआर पेपर मिल में 21 मई को बैगास के ढेर में आग लग गई थी। पूरी तरह से आग न बुझने के कारण बैगास के अंदर आग धीरे-धीरे सुलगने लगी। यही वजह रही कि इस आग ने भयंकर रूप धारण कर लिया। बैगास के अलावा फैक्ट्री परिसर में लगे बैम्बो (बांस), भूसा आदि के ढेर राख हो गए। आग में कई करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। आग बुझाने को 40 गाड़ियां लगाई गई थीं। गुरुवार की रात बरेली के डीआईजी श्री एंटोनी ने कैंप किया था। रात भर बचाव कार्य चलता रहा। इस समय बरेली, बदायूं, बीसलपुर, पीलीभीत, कानपुर, लखीमपुर खीरी, उन्नाव, कन्नौज, गोला, रामपुर, फरीदपुर, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद से आईं गाड़ियां आग बुझा रही हैं, कई जिले के एफएसओ आग बुझाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। इसके अलावा मिल परिसर में लगे हाईड्रैंड भी चौबीस घंटे चलाए जा रहे हैं। फैक्ट्री परिसर में लगे बैगास, भूसे और बैम्बो के सारे ढेर जलकर राख हो गए हैं। सिर्फ प्लांट ही बचा है। बिजली की केबिल जल जाने से बिजली सप्लाई ठप हो गई। अस्थाई रूप से डायरेक्ट लाइन डाल कर सप्लाई शुरू की गई है। यहां बताते चलें कि कृषि पर आधारित यह प्रदेश की सबसे बड़ी पेपर मिल है, जिसमें तमाम चीनी मिलों से खरीद कर बैगास का पूरे साल का स्टाक रखा जाता है, जो जलकर राख हो गया।
मिल का टैक्निकल व कामर्शियल स्टाफ भी आग को कंट्रोल करने में लगा है। मिल में कई करोड़ का नुकसान हो चुका है। नुकसान का वास्तविक आंकलन आग बुझने के बाद ही किया जाएगा। ईश्वर के आशीर्वाद व शासन व प्रशासन के त्वरित सहयोग से ही मुख्य प्लांट बच सका है।
- माधौ गोपाल अग्रवाल, निदेशक, केआर पेपर मिल।