मिश्रा गुट के व्यापारियोें के प्रदर्शन का दूसरा दिन
- तापीय परियोजना में बिजली उत्पादन शुरू होने के बाद हालात और बिगड़े
सिटी रिपोर्टर
शाहजहांपुर। बेतहाशा बिजली कटौती के विरोध में उद्योग व्यापार मंडल मिश्रा गुट ने कलक्ट्रेट पर शुक्रवार को दूसरे दिन भी धरना-प्रदर्शन जारी रखा। सभा करके उन सभी अधिकारियों को सवालों को कटघरे में खड़ा किया जो लगातार विकराल होती इस समस्या से मुंह फेरे हैं। यही नहीं, बाद में सिटी मजिस्ट्रेट गौरव वर्मा को बिजली अभियंताओं के लिए मोमबत्तियां भेंट करके यह अहसास कराया कि रात के वक्त बत्ती गुल होना कितना दुखदायी होता है।
चूंकि, बिजली संकट से समाज का हर तबका प्रभावित है। इसलिए धरना स्थल पर आज हुई सभा में संगठन से जुड़े व्यापारियों के अलावा जन सामान्य के वे लोग भी जुटे जो कोर्ट-कचहरी के कामों से वहां पहुंचे थे। सभा को संबोधित करते हुए संगठन के जिलाध्यक्ष कुलदीप सिंह दुआ ने कहा: रोजा में पॉवर प्रोजेक्ट बनने से पहले भी शासन जिले को 14 से 16 घंटे सप्लाई देने की बात करता था। तापीय परियोजना में बिजली उत्पादन शुरू होने के बाद बिजली सप्लाई की हालत और ज्यादा खराब हो गई जो अफसरों की अक्षमता और अनदेखी को प्रमाणित करती है।
जिला महामंत्री नाजिम खां ने कहा: शहर के बिजली नेटवर्क में शामिल खंभे, तार और ट्रांसफार्मर कई दशक पुराने हो चुकने के कारण जर्जर हो चुके हैं। इन्हें बदलने के लिए अफसरों को पर्याप्त बजट के अलावा इच्छाशक्ति की भी जरूरत है। नगर महामंत्री धर्मपाल रैना ने कि पॉवर कारपोरेशन के अफसर बिजली दुरुस्त करने को 21वीं सदी में 20वीं सदी के संसाधन इस्तेमाल करना छोड़ें। युवा इकाई के जिलाध्यक्ष ललित खुराना ने कहा कि महकमे के जिन अफसरों को कटौती के समय का ज्ञान नहीं है, उनसे हालात बेहतर बनाने की उम्मीद करना बेेमानी है।
धरना-प्रदर्शन में जवाहर रस्तोगी, मो. रफी, वेद प्रकाश रावत, अभिषेक गुप्ता, शाहनूर खान, अंकुर गांधी, मुकेश मोदी, दया शंकर शर्मा, मनोज सक्सेना, इमरान अहमद, राजकुमार सक्सेना आदि शामिल रहे।