बिजली संकट के खिलाफ मिश्रा गुट का प्रदर्शन
- कलक्ट्रेट पर टेंट लगाकर शुरू किया तीन दिवसीय धरना
सिटी रिपोर्टर
शाहजहांपुर। बिजली के मौजूदा संकट पर विभिन्न संगठनों द्वारा नारेबाजी का जिम्मेदारों पर कोई असर नहीं होते देख उद्योग व्यापार मंडल मिश्रा गुट के पदाधिकारियों ने गुरुवार को प्रदर्शन का अनूठा तरीका आजमाया। कलक्ट्रेट गेट पर तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन की शुरुआत करने के बाद आज पहले दिन उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट गौरव वर्मा समेत बिजली विभाग के कई अभियंताओं को हाथ से झलने वाले पंखे थमाकर उन्हें भीषण गर्मी में जन सामान्य की पीड़ा का अहसास कराया।
इससे पहले संगठन से जुड़े तमाम व्यापारी कलक्ट्रेट पर जमा हुए और जिलाध्यक्ष कुलदीप सिंह दुआ के नेतृत्व में नारेबाजी करके धरना दिया। इस मौके पर हुई सभा में श्री दुआ ने कहा: अधीक्षण अभियंता की दो माह से नियुक्ति नहीं होने से जिले में बिजली महकमा लावारिस हाल में है।
उन्होंने कहा: एक्सईएन स्तर के अफसरों की उनके जूनियर सुनने को तैयार नहीं हैं। जिले में बेहिसाब कटौती इन्हीं अफसरों की देन है, क्योंकि सर्दी के दिनों में पॉवर स्टेशनों की मशीनों के रखरखाव पर कोई ध्यान नहीं दिए जाने से अब बिजली नेटवर्क बार-बार फेल हो रहा है।
नगराध्यक्ष अनिल गुप्ता और जिला महामंत्री नाजिम खां ने एपीडीआरपी स्कीम से स्वीकृत 44 करोड़ रुपये बजट के खर्च का हिसाब मांगते हुए कहा: यह धनराशि ईमानदारी से व्यय की गई होती तो बिजली की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ता। इसी मौके पर प्रस्ताव पारित करके केंद्र सरकार से पेट्रोल की बढ़ी कीमतें तत्काल वापस लेने की मांग की गई। धरना प्रदर्शन में धर्मपाल रैना, युवा इकाई केजिलाध्यक्ष ललित खुराना, नीरज गुप्ता आदि मौजूद रहे।
टेंट ने वादकारियों को पहुंचाई राहत
मिश्रा गुट के व्यापारियों का तीन दिवसीय सत्याग्रह वहां पहुंचे वादकारियों के लिए काफी मददगार साबित हुआ। दरअसल, दुपहर एक बजे धरना खत्म करके उठे संगठन के जिलाध्यक्ष कुलदीप सिंह दुआ ने टेंट वहीं लगा रहने दिया, क्योंकि अभी दो दिन और प्रदर्शन होना है। व्यापारियों के जाने के बाद गर्मी से बेहाल तमाम वादकारियों ने उसी टेंट की छांव में बैठकर खाली समय बिताया।