सुबह नौ बजे से शहर में लागू हुई इमरजेंसी पॉवर रोस्टरिंग, दो घंटे बिजली मिलने के बाद ढाई बजे से गुल हुई बत्ती
शाहजहांपुर। बिजली देने में पॉवर कारपोरेशन की कंजूसी लगातार बढ़ती जा रही है। विभाग की ट्रांसमिशन विंग ने बुधवार को सुबह नौ बजे से शहर केसभी फीडरों पर इमरजेंसी रोस्टरिंग थोप दी और हमेशा की तरह इसका ठीकरा सिस्टम कंट्रोल के सिर फोड़ दिया। दुपहर दो घंटे बिजली मिल पाई, लेकिन ढाई बजे से फिर पूरे शहर की बत्ती गुल हो गई। इससे शहर के लोगों में बिजली अभियंताओं के खिलाफ आक्रोश पनप रहा है।
पॉवर कारपोरेशन के नियंत्रण कक्ष के आदेशानुसार सुबह तीन से पांच बजे तक कटौती लागू रहने के बाद बिजली आई तो जन सामान्य को थोड़ी राहत मिली, लेकिन तीन घंटे बाद बिजली ठप हो गई। आम लोगों को जाने दें, बिजली वितरण की कमान संभाले अभियंता भी आपात कटौती से बेखबर रहे। बाद में पारेषण खंड के पैना पॉवर स्टेशन से संपर्ककरने पर बताया गया कि सिस्टम कंट्रोल के आदेश पर ढाई घंटे की आपात कटौती लागू की गई है।
दुपहर 12 बजे यह अवधि बीतने पर बिजली आई, लेकिन ढाई बजे से फिर बिजली काट दी गई, जबकि दूसरे चरण में चार घंटे की नियमित कटौती अपराह्न तीन बजे से शुरू होती है। बिजली सप्लाई अस्त-व्यस्त रहने से लोगों को भीषण गर्मी में तमाम कामकाज निपटाने कठिन हो गए। सप्लाई के दौरान जहां लाइन फाल्ट और ट्रिपिंग की समस्या रही, वहां के बाशिंदे बीते दिन की तरह बुधवार को भी बूंद-बूंद पानी को तरस गए।
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व्यापारियों ने डीएम से मांगी भरपूर बिजली
शाहजहांपुर। व्यापार मंडल कंछल गुट का एक शिष्टमंडल जिलाध्यक्ष वेद प्रकाश गुप्ता और नगराध्यक्ष सचिन बाथम के संयुक्त नेतृत्व में बुधवार को कलक्ट्रेट जाकर डीएम रितुु माहेश्वरी से मिला और उन्हें मुख्यमंत्री के नाम दो अलग-अलग ज्ञापन देकर जिले की विभिन्न औद्योगिक इकाइयों से बिजली दिलाने की मांग की। ज्ञापन की प्रतियां सांसद मिथिलेश कुमार समेत सत्ता और विपक्ष से जुड़े विधायकों को भी प्रेषित की गईं हैं।
वार्ता के दौरान व्यापारी नेताओं ने एक शासनादेश का हवाला देते हुए डीएम से कहा: जहां पॉवर प्लांट लगा होता है, उसकी पांच किमी परिधि के दायरे में आने वाले शहर को 24 घंटे बिजली दिलाने का प्रावधान है। जब तक राजाज्ञा के अनुसार रिलायंस तापीय परियोजना से शहर को बिजली नहीं मिलती, तब तक जिले की उन सभी औद्योगिक इकाइयों से बिजली दिलाई जाए, जहां पॉवर जेनरेशन हो रहा है।
ज्ञापन में ऐसी कई चीनी मिलों का उल्लेख करके यह मांग शामिल की गई। एक अन्य ज्ञापन में बिजली कटौती का शेड्यूल तय किए जाने और ककरा तथा अब्दुल्लागंज सब स्टेशनों पर ओवरलोडिंग की समस्या दूर करने के लिए ककरा की पुरानी रेलवे क्रासिंग पर अंडरग्राउंड केबिल डाले जाने की मांग की। डीएम श्रीमती माहेश्वरी ने आश्वस्त किया कि बिजली अधिकारियों से बात करके पॉवर कारपोरेशन मुख्यालय से पत्राचार किया जाएगा। इस मौके पर युवा इकाई के जिलाध्यक्ष किशोर कुमार गुप्ता, अमित शर्मा, शशांक कौशिक, कुंज बिहारी अग्रवाल, अरविन मलिक, संजय गुप्ता, सुधीर अग्रवाल, प्रदीप चौरसिया आदि मौजूद रहे।
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मिश्रा गुट के प्रदर्शन की उल्टी गिनती शुरू
बिजली संकट को लेकर कल 24 मई से कलक्ट्रेट गेट पर प्रस्तावित तीन दिवसीय धरना-प्रदर्शन की व्यापार मंडल मिश्रा गुट ने उल्टी गिनती शुरू कर दी है। बुधवार को संगठन के कैम्प कार्यालय पर हुई आपात बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष कुलदीप सिंह दुआ ने कहा कि बेतहाशा कटौती को लेकर रोष स्वाभाविक है, लेकिन प्रदर्शन के दौरान सभी व्यापारी संयम बनाए रखें।
उन्होंने कहा: धरना स्थल पर मर्यादित भाषा का इस्तेमाल करके कोई ऐसा कदम नहीं उठाया जाना चाहिए जिससे आंदोलन को कमजोर करने का अफसरों को बहाना मिले। नगराध्यक्ष अनिल गुप्ता ने कहा: धरना-प्रदर्शन को सत्याग्रह के रूप में लिया जाना चाहिए, लेकिन मर्यादित आचरण को व्यापारियों की कमजोरी मानना अधिकारियों की भूल होगी। बैठक में जिला महामंत्री नाजिम खां, युवा इकाई के जिलाध्यक्ष ललित खुराना, धर्मपाल रैना, विनय मेहरोत्रा, मो. रफी आदि मौजूद रहे।
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बेतहाशा बिजली कटौती पर भड़के
शाहजहंापुर। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा कार्यकर्ताओं ने बिजली कटौती के विरोध में प्रदर्शन किया और अधीक्षण अभियंता का पुतला फूंका। मोर्चा सह-प्रभारी फिरासत अली खां के नेतृत्व में कार्यकर्ता लोधीपुर स्थित उनके आवास पर एकत्र हुए और एनटीआई के सामने रोड पर बेतहाशा बिजली कटौती होने पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर जोरदार प्रदर्शन किया।
इससे पूर्व हुई बैठक में श्री खां ने कहा कि जब से सपा की सरकार सत्ता में आई है तब से बिजली सप्लाई पंगु हो गई है। बिजली कब आएगी और कब जाएगी । इस पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। परीक्षाओं के दौरान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि परीक्षाओं के दौरान रात में बिजली कटौती नहीं की जाएगी लेकिन उनकी घोषणा भी खोखली साबित हुई। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी के मौसम में बिजली की बेतहाशा कटौती होने पर नागरिकों में गुस्सा है और उनके सब्र का बंाध कभी भी टूट सकता है। उन्होंने बिजली सप्लाई में तत्काल सुधार की मांग करते हुए चेतावनी दी अन्यथा की स्थिति में मोर्चा कार्यकर्ता आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। बैठक में तसलीम लगारी, साजिद अंसारी, गुड्डू खां, फहीम खां, सगीर अहमद, खालिद अली, जफर खां, नौशाद खां, इफ्तेखार अली, मेराज खां आदि ने विचार व्यक्त किए।