आसपास के लोगों ने पानी डालकर आग पर किया काबू
शाहजहांपुर। लखनऊ और बरेली की ओर से आने वाली गाड़ियां बुधवार को दोपहर उस वक्त बाल-बाल बच गईं जब पॉश कॉलोनी सेठ एन्क्लेव के पीछे पड़े कूड़े के ढेर में लगी आग तेज हवाओं के झोंके से रेलवे ट्रैक के किनारे सूखी झाड़ियों तक जा पहुंची। गनीमत यह रही कि आसपास के लोगों ने कचहरी क्रासिंग की ओर बढ़ रही आग को पानी डालकर ज्यादा फैलने से रोक लिया।
उत्तर रेलवे की अप लाइन केकिनारे स्थित सेठ एनक्लेव के पीछे कूड़े का ढेर लगा है। गोविंदगंज क्रासिंग के बजाय शार्ट कट अपनाकर उधर से गुजरने वाले किसी व्यक्ति ने दोपहर करीब दो बजे कूड़े में जलती बीड़ी फेंक दी। इससे कूड़े में लगी आग तेज हवा का साथ पाकर रेलवे ट्रैक के किनारे जा पहुंची और कचहरी क्रासिंग के पास तक जा पहुंची। पास में ही सत्यप्रेम पेट्रोलियम फिलिंग स्टेशन के स्वामी प्रेम अग्रवाल को को उनके कर्मचारियों ने रेलवे ट्रैक के किनारे आग लगने की जानकारी दी।
इस पर वे तुरंत हरकत में आए। फायर स्टेशन फोन पर उन्हें बताया गया कि दमकल की गाड़ियां शहर से बाहर आग बुझाने गई हैं। इस पर उन्होंने सर्विस स्टेशन की बोरिंग से पाइप जोड़कर पानी ट्रैक के किनारे गड्ढे में भरवाया और पेट्रोल पंप के कर्मचारियों ने बाल्टियां भरकर आग पर पानी उड़ेलना शुरू किया। यही कवायद एकेसी बजाज के कर्मचारियों ने की। कुछ ही देर में आग बुझाओ अभियान में आसपास के अन्य तमाम लोग भी जुट गए।
उधर, स्टेशन अधीक्षक एके गौतम को ट्रैक के किनारे आग लगने की जानकारी मिली तो वे भी आनन-फानन वहां जा पहुंचे। आग की लपटें देख उन्होंने तत्काल वाकी-टाकी से बरेली की ओर से आ रही मालगाड़ी स्टेशन पर और लखनऊ से आ रही मालगाड़ी रोजा जंक्शन पर रुकवा दी। जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया। आग बुझाने में करीब ढाई घंटे लग गए और इस दौरान अप और डाउन लाइनों पर एक सवारी गाड़ी सहित कई मालगाड़ियां काशन देकर निकाली गईं।
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‘रेलवे की इंजीनियरिंग शाखा लाइनों के किनारे झाड़ियों की सफाई कराती है। यह काम जारी भी है और अगले कुछ दिनों में गोविंदगंज से लेकर कचहरी फाटक तक झाड़ियों की सफाई करा दी जाएगी। जन सहयोग से आग पर काबू पाना संभव हो सका। जन सामान्य को चाहिए कि रेलवे ट्रैक के किनारे कूड़ा नहीं फेकें।’
-एके गौतम, स्टेशन अधीक्षक, उत्तर रेलवे