बकाया मानदेय मिलेगा, जल्द होगा नया करार
शाहजहांपुर। पिछले कई माह से मानदेय का भुगतान नहीं किए जाने और नए संविदा स्टाफ की तैनाती प्रक्रिया के विरोध में बेमियादी धरना का ऐलान करने वाले पॉवर कारपोरेशन के संविदा कर्मचारी मुख्य अभियंता हरीश चंद्रा से कार्यवाही का आश्वासन मिलने के बाद मंगलवार को हड़ताल खत्म करके काम पर लौट आए। इससे विभागीय अभियंताओं ने राहत की सांस ली है।
बता दें कि पॉवर कारपोरेशन के नियमित लाइन स्टाफ की कमी गत कई वर्षों से बनी हुई है। इसकी भरपाई के लिए शहरी क्षेत्र में विभिन्न कंपनियों के जरिए नियत मानदेय पर संविदा कर्मचारियों की सेवाएं ली जा रही हैं। हालांकि, एक कंपनी ने करीब सात हजार रुपये मासिक मानदेय के करार पर संविदा कर्मचारी दिए हैं, लेकिन ठेका लेने वाले लोग संविदा स्टाफ को दो-ढाई हजार रुपये मानदेय दिलाकर बाकी रकम कंपनी के हवाले कर रहे हैं।
सीमित मानदेय का भी नियमित मासिक भुगतान नहीं हो पा रहा है। विभाग के वृत्तीय कार्यालय से संबद्ध जनपद और पीलीभीत के तीनों वितरण खंडों के संविदा कर्मचारियों का विभाग पर पांच माह से लेकर एक वर्ष तक का मानदेय बकाया है। इसका भुगतान होना तो दूर रहा, विभाग ने अन्य ठेकेदारों से निविदाएं आमंत्रित कर मौजूदा स्टाफ को बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी कर ली।
इसकी भनक लगने पर संविदा कर्मचारी संगठन ने सोमवार से अधीक्षण अभियंता कार्यालय परिसर में बेमियादी धरना देने की शुरुआत की तो लाइन फाल्टों से जूझ रहे अभियंताओं के हाथ-पांव फूल गए। संविदा कर्मियों की हड़ताल की भनक पॉवर कारपोरेशन मुख्यालय तक पहुंची तो मुख्य अभियंता ने हस्तक्षेप करके संविदा स्टाफ को मना लिया। इसकी पुष्टि करते हुए संगठन के जोनल अध्यक्ष नवल सक्सेना ने बताया: चीफ इंजीनियर ने बकाया मानदेय का भुगतान जल्द कराने और मौजूदा स्टाफ की संविदा अवधि बढ़ाने पर सहमति दी है। इसीलिए धरना भी समाप्त कर दिया गया।