बैठक से नदारद अफसरों का वेतन कटेगा
- जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में उठा बिजली का मुद्दा
सिटी रिपोर्टर
शाहजहांपुर। जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर सांसद और निगोही विधायक भिड़ गए। इससे काफी देर तक अफरातफरी का माहौल रहा। बैठक में नदारद अधिकारियों का एक दिन का वेतन काटने की संस्तुति डीएम से किए जाने का निर्णय लिया गया।
विकास भवन सभागार में जिला पंचायत बोर्ड की शुरू हुई बैठक में बसपा विधायक रोशन लाल ने भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। इस पर सांसद मिथलेश कुमार ने बसपा शासनकाल मे भ्रष्टाचार के तमाम उदाहरण दिए। कुछ देर तक इसी मुद्दे को लेकर सांसद और विधायक के बीच झड़प होती रही। बैठक में बिजली का मुद्दा खासतौर पर छाया रहा। सांसद मिथलेश कुमार सहित अन्य सदस्यों ने बिजली विभाग की कार्यशैली पर कड़ी आपत्ति जताई। अधिशासी अभियंता ने उठाई गई समस्याओं पर शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन दिया। सदस्य नीरज मिश्रा ने गर्रा नदी में हो रहे प्रदूषण को लेकर चिंता जताई और इसके रोकथाम की मांग की। उन्होंने ग्राम निकरा, प्रहलादपुर, नगला राजू, रूपटी आदि गांवों को सड़क मार्ग से जोड़े जाने की मांग उठाई। उन्होंने कांट ब्लाक में बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक एवं जूनियर हाई स्कूलों के भवन निर्माण मानक के अनुरूप नही होने और उसकी जांच कराने की मांग की। सदस्य आयुष कुमार ने स्वास्थ्य केंद मिर्जापुर में तैनात एएनएम के गलत ढंग से निलंबन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इसके लिए वहां के डाक्टर दोषी हैं उनके खिलाफ जांच कर कार्यवाही होने चाहिए। सांसद मिथलेश कुमार ने भी उनकी बात का समर्थन किया।
बैठक में जिला पंचायत की उपविधियों और मनरेगा बजट का अनुमोदन पारित किया गया। बैठक में विधायक सुरेश खन्ना, विधायक राममूर्ति सिंह वर्मा, विधायक नीरज मौर्य, सदस्य प्रेमवीर सिंह, श्रीमती नीतू सिंह, नरेंद्र कुमार, ब्लाक प्रमुख तौलेराम वर्मा, मनोज कुमार वर्मा सहित अन्य ब्लाक प्रमुख और पंचायत सदस्यगण मौजूद रहे। बैठक की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष बहादुर लाल आजाद ने की और संचालन जिला विकास अधिकारी अशोक अग्रवाल ने किया। अपर मुख्य अधिकारी सुशील कुमार ने एजेंडा पढ़कर सुनाया।