वारादना की समस्या का शासन ने निकाला हल, जिले में 1.38 एमटी हुई खरीद लेकिन भंडारण की समस्या
शाहजहांपुर। सरकारी केंद्रों पर गेहूं खरीद में वारदाना की समस्या का हल शासन ने फिलहाल ढूंढ लिया है। अब किसान अपने बोरे में गेहूं भरकर केंद्र पर ला सकेंगे और सरकारी वारदाना उपलब्ध होने पर उनका बोरा लौटा दिया जाएगा। जिले में अब तक 1.38 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जबकि मात्र 46 हजार मीट्रिक टन गेहूं का भंडारण कराया जा सका है। गेहूं खरीद में भंडारण की समस्या बरकरार है।
अभी तक गेहूं खरीद केंद्रों पर वारदाना को लेकर मारामारी रही और खरीद प्रभावित होती रही लेकिन शासन ने अब इसका हल निकाल लिया है। शासन ने जारी आदेश में कहा है कि अब किसान अपने बोरे में गेहूं भरकर सेंटर पर ला सकते हैं और केंद्र पर सरकारी वारदाना उपलब्ध होने पर उनका वारदाना वापस कर दिया जाएगा। केंद्र प्रभारियों को केवल इतनी मशक्कत करनी पड़ेगी कि किसानों के बोरे से सरकार बोरे में गेहूं को पलटना पड़ेगा।
इधर, गेहूं भंडारण की समस्या अभी भी बनी हुई है। जिले में 1.38 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद होने के बाद अभी तक मात्र 46 हजार एमटी गेहूं का भंडारण कराया जा सका है। अनलोडिंग का कार्य धीमी गति से चल रहा है। दूसरी तरफ एफसीआई की रेलवे रैकों की लोडिंग भी बंद होने से भंडारण की समस्या बढ़ी है।
डिप्टी आरएमओ अजीत कुमार त्रिपाठी ने बताया कि शासन ने किसानों को अपने बोरे में गेहूं भरकर सेंटर पर लाने की छूट देने से वारदाना की समस्या का फिलहाल समाधान हो गया है लेकिन भंडारण की समस्या बढ़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक कुल 1.38 हजार मीट्रिक टन खरीदे गए गेहूं में से मात्र 46 हजार मीट्रिक टन गेहूं का ही भंडारण हो सका है। उन्होंने बताया कि भंडारण के लिए कुछ नए गोदामों को चिह्नित किया जा रहा है ताकि एफसीआई के गोदामों के अलावा भंडारण की व्यवस्था हो सके क्योंकि पिछले कुछ दिनों से एफसीआई के रेलवे रैकों का जाना बंद हो गया है।
वारादना की समस्या का शासन ने निकाला हल, जिले में 1.38 एमटी हुई खरीद लेकिन भंडारण की समस्या
शाहजहांपुर। सरकारी केंद्रों पर गेहूं खरीद में वारदाना की समस्या का हल शासन ने फिलहाल ढूंढ लिया है। अब किसान अपने बोरे में गेहूं भरकर केंद्र पर ला सकेंगे और सरकारी वारदाना उपलब्ध होने पर उनका बोरा लौटा दिया जाएगा। जिले में अब तक 1.38 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जबकि मात्र 46 हजार मीट्रिक टन गेहूं का भंडारण कराया जा सका है। गेहूं खरीद में भंडारण की समस्या बरकरार है।
अभी तक गेहूं खरीद केंद्रों पर वारदाना को लेकर मारामारी रही और खरीद प्रभावित होती रही लेकिन शासन ने अब इसका हल निकाल लिया है। शासन ने जारी आदेश में कहा है कि अब किसान अपने बोरे में गेहूं भरकर सेंटर पर ला सकते हैं और केंद्र पर सरकारी वारदाना उपलब्ध होने पर उनका वारदाना वापस कर दिया जाएगा। केंद्र प्रभारियों को केवल इतनी मशक्कत करनी पड़ेगी कि किसानों के बोरे से सरकार बोरे में गेहूं को पलटना पड़ेगा।
इधर, गेहूं भंडारण की समस्या अभी भी बनी हुई है। जिले में 1.38 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद होने के बाद अभी तक मात्र 46 हजार एमटी गेहूं का भंडारण कराया जा सका है। अनलोडिंग का कार्य धीमी गति से चल रहा है। दूसरी तरफ एफसीआई की रेलवे रैकों की लोडिंग भी बंद होने से भंडारण की समस्या बढ़ी है।
डिप्टी आरएमओ अजीत कुमार त्रिपाठी ने बताया कि शासन ने किसानों को अपने बोरे में गेहूं भरकर सेंटर पर लाने की छूट देने से वारदाना की समस्या का फिलहाल समाधान हो गया है लेकिन भंडारण की समस्या बढ़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक कुल 1.38 हजार मीट्रिक टन खरीदे गए गेहूं में से मात्र 46 हजार मीट्रिक टन गेहूं का ही भंडारण हो सका है। उन्होंने बताया कि भंडारण के लिए कुछ नए गोदामों को चिह्नित किया जा रहा है ताकि एफसीआई के गोदामों के अलावा भंडारण की व्यवस्था हो सके क्योंकि पिछले कुछ दिनों से एफसीआई के रेलवे रैकों का जाना बंद हो गया है।