शाहजहांपुर। मिट्टी खनन करने वालों के खिलाफ सिंधौली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बिलैया गांव के पास से एक जेसीबी और मिट्टी से भरी सात ट्रैक्टर ट्रॉली को कब्जे में लिया है। इसके साथ ही छह लोगों को भी गिरफ्तार किया है। कब्जे में लिए गए वाहनों को सीज कर दिया है। वहीं गिरफ्तार किए गए लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
थानाध्यक्ष जगनारायण पांडेय ने बताया कि खनन करने वालों में गांव गरवापुर निवासी संजीव कुमार, बरेली के थाना भोजीपुर के गांव आशपुर निवासी सत्यपाल, गांव भायपुर निवासी रमनपाल, लखीमपुर खीरी के थाना मोहम्मदी क्षेत्र के गांव अमरता निवासी विशाल सिंह, चककन्हऊ निवासी दिनेश सिंह, गोरारायपुर निवासी तोताराम को गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गए लोगों के खिलाफ खान एवं खनिज अधिनियम व लोक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। पकड़े गए वाहनों को सीज करने के साथ ही मामले की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है। बता दें कि सिंधौली क्षेत्र में मिट्टी खनन के साथ ही खन्नौत और शारदा नहर से बालू खनन का काम भी बड़े स्तर पर चल रहा है। यह लोग रात में और तड़के खनन का काम करते हैं। आसपास के ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस खनन माफिया से मिली हुई है। इसलिए ठोस कार्रवाई नहीं होती।
शाहजहांपुर। मिट्टी खनन करने वालों के खिलाफ सिंधौली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बिलैया गांव के पास से एक जेसीबी और मिट्टी से भरी सात ट्रैक्टर ट्रॉली को कब्जे में लिया है। इसके साथ ही छह लोगों को भी गिरफ्तार किया है। कब्जे में लिए गए वाहनों को सीज कर दिया है। वहीं गिरफ्तार किए गए लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
थानाध्यक्ष जगनारायण पांडेय ने बताया कि खनन करने वालों में गांव गरवापुर निवासी संजीव कुमार, बरेली के थाना भोजीपुर के गांव आशपुर निवासी सत्यपाल, गांव भायपुर निवासी रमनपाल, लखीमपुर खीरी के थाना मोहम्मदी क्षेत्र के गांव अमरता निवासी विशाल सिंह, चककन्हऊ निवासी दिनेश सिंह, गोरारायपुर निवासी तोताराम को गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गए लोगों के खिलाफ खान एवं खनिज अधिनियम व लोक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। पकड़े गए वाहनों को सीज करने के साथ ही मामले की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है। बता दें कि सिंधौली क्षेत्र में मिट्टी खनन के साथ ही खन्नौत और शारदा नहर से बालू खनन का काम भी बड़े स्तर पर चल रहा है। यह लोग रात में और तड़के खनन का काम करते हैं। आसपास के ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस खनन माफिया से मिली हुई है। इसलिए ठोस कार्रवाई नहीं होती।