संतकबीरनगर। सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशालय नेे बीएसए से जलभराव वाले विद्यालयों की सूची तलब करते हुए पूछा है कि स्कूलों के निर्माण के समय इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया गया। इसके लिए कौन लोग दोषी हैं। शासन के इस पत्र के बाद भवन का निर्माण से संबंधित अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
जनपद में जून से हो रही बारिश के चलते कई विद्यालयों में जलभराव है। जलभराव के चलते कई विद्यालय बंद हैं। विद्यालय बंद होने के चलते शिक्षक घर पर समय काट रहे हैं। जिसकी रिपोर्ट मिलने के बाद शासन सख्त हो गया है। सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशालय ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जलभराव वाले विद्यालयों की सूची तलब की है। परियोजना निदेशक अमृता सोनी ने बीएसए को भेजे पत्र में पूछा है कि स्कूलों में जलभराव के क्या कारण हैं। स्कूलों के निर्माण के समय इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया गया। भवन निर्माण के पीछे कौन से लोग दोषी हैं। निदेशक ने विद्यालयों की सूची हर हाल में 15 जुलाई तक देने का निर्देश दिया है। बीएसए राम सिंह ने कहा कि खंड शिक्षा अधिकारियों से जलभराव वाले विद्यालयों की सूची मांगी गई है। सूची मिलते ही परियोजना कार्यालय को भेज दिया जाएगा।
जलभराव से 35 विद्यालय प्रभावित
संतकबीरनगर। जून से हो रही बारिश के चलते जनपद में जलभराव से लगभग 35 विद्यालय प्रभावित हैं। विभागीय सूत्रों का कहना है कि स्कूलों के चारों तरफ बारिश का पानी लगा हुआ है। विद्यार्थी स्कूल आ नहीं सकते हैं। पानी सूखने के बाद ही विद्यालय संचालित हो पाएगा। जलभराव के चलते शिक्षक भी विद्यालय पर कम ही आ रहे हैं।
संतकबीरनगर। सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशालय नेे बीएसए से जलभराव वाले विद्यालयों की सूची तलब करते हुए पूछा है कि स्कूलों के निर्माण के समय इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया गया। इसके लिए कौन लोग दोषी हैं। शासन के इस पत्र के बाद भवन का निर्माण से संबंधित अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
जनपद में जून से हो रही बारिश के चलते कई विद्यालयों में जलभराव है। जलभराव के चलते कई विद्यालय बंद हैं। विद्यालय बंद होने के चलते शिक्षक घर पर समय काट रहे हैं। जिसकी रिपोर्ट मिलने के बाद शासन सख्त हो गया है। सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशालय ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जलभराव वाले विद्यालयों की सूची तलब की है। परियोजना निदेशक अमृता सोनी ने बीएसए को भेजे पत्र में पूछा है कि स्कूलों में जलभराव के क्या कारण हैं। स्कूलों के निर्माण के समय इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया गया। भवन निर्माण के पीछे कौन से लोग दोषी हैं। निदेशक ने विद्यालयों की सूची हर हाल में 15 जुलाई तक देने का निर्देश दिया है। बीएसए राम सिंह ने कहा कि खंड शिक्षा अधिकारियों से जलभराव वाले विद्यालयों की सूची मांगी गई है। सूची मिलते ही परियोजना कार्यालय को भेज दिया जाएगा।
जलभराव से 35 विद्यालय प्रभावित
संतकबीरनगर। जून से हो रही बारिश के चलते जनपद में जलभराव से लगभग 35 विद्यालय प्रभावित हैं। विभागीय सूत्रों का कहना है कि स्कूलों के चारों तरफ बारिश का पानी लगा हुआ है। विद्यार्थी स्कूल आ नहीं सकते हैं। पानी सूखने के बाद ही विद्यालय संचालित हो पाएगा। जलभराव के चलते शिक्षक भी विद्यालय पर कम ही आ रहे हैं।