पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
संतकबीरनगर। जिले के 35 माध्यमिक विद्यालयाें ने इस सत्र में एक भी दिन एमडीएम बनने की सूचना नहीं दी है। जिससे शासन को सूचना भेजने में दिक्कत हो रही है। बीएसए ने जिला विद्यालय निरीक्षक को पत्र लिखकर इनसे सूचना उपलब्ध कराने की मांग की है।
परिषदीय विद्यालयों की तरह माध्यमिक विद्यालयों में भी कक्षा 6 से कक्षा 8 तक छात्र-छात्राओं को एमडीएम का खाना दिया जाता है। जिले के 35 माध्यमिक विद्यालयों ने जुलाई माह से अब तक कितने बच्चों ने खाना खाया, इसकी सूचना नहीं दी। यह मामला लगातार एमडीएम की वेबसाइट आईवीआरएस से खुल रहा है। बच्चों के खाना खाने की पूरी संख्या एमडीएम की वेबसाइट पर दर्ज होता है लेकिन विद्यालयों की लापरवाही के कारण वेबसाइट पर सूचना नहीं मिल पा रही है। जिसके कारण शासन को सही सूचना भेजने में दिक्कत हो रही है। इस संबंध में जिला समन्वयक एमडीएम धीरेंद्र प्रताप चंद ने कहा कि बीएसए के माध्यम से डीआईओएस को पत्र भेजकर विद्यालयों में कितने बच्चों ने खाना खाया है, इसकी पूरी सूचना मांगी गई है। सूचना मिलते ही पूरी रिपोर्ट शासन को प्रेषित कर दी जाएगी।
संतकबीरनगर। जिले के 35 माध्यमिक विद्यालयाें ने इस सत्र में एक भी दिन एमडीएम बनने की सूचना नहीं दी है। जिससे शासन को सूचना भेजने में दिक्कत हो रही है। बीएसए ने जिला विद्यालय निरीक्षक को पत्र लिखकर इनसे सूचना उपलब्ध कराने की मांग की है।
परिषदीय विद्यालयों की तरह माध्यमिक विद्यालयों में भी कक्षा 6 से कक्षा 8 तक छात्र-छात्राओं को एमडीएम का खाना दिया जाता है। जिले के 35 माध्यमिक विद्यालयों ने जुलाई माह से अब तक कितने बच्चों ने खाना खाया, इसकी सूचना नहीं दी। यह मामला लगातार एमडीएम की वेबसाइट आईवीआरएस से खुल रहा है। बच्चों के खाना खाने की पूरी संख्या एमडीएम की वेबसाइट पर दर्ज होता है लेकिन विद्यालयों की लापरवाही के कारण वेबसाइट पर सूचना नहीं मिल पा रही है। जिसके कारण शासन को सही सूचना भेजने में दिक्कत हो रही है। इस संबंध में जिला समन्वयक एमडीएम धीरेंद्र प्रताप चंद ने कहा कि बीएसए के माध्यम से डीआईओएस को पत्र भेजकर विद्यालयों में कितने बच्चों ने खाना खाया है, इसकी पूरी सूचना मांगी गई है। सूचना मिलते ही पूरी रिपोर्ट शासन को प्रेषित कर दी जाएगी।