सहारनपुर। समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की ओर से जिले में छात्र छात्राओं को बांटे जाने वाले वजीफे के लिए इस बार करीब तीस करोड़ रुपये की जरूरत होगी। आवेदकों के लिए परिवार की सालाना आय का दायरा बढ़ाए जाने से अब छात्रवृत्ति के पात्रों की संख्या बढ़ेगी।
जिले में कक्षा एक से दशमोत्तर कक्षाओं के करीब साढ़े पांच लाख छात्र-छात्राओं को हर साल करीब 22 से 25 करोड़ रुपये के वजीफे का वितरण किया जाता है। छात्रवृत्ति योजना 2012-13 की नियमावली में हुए बदलाव के कारण इस बार वजीफे का बजट 30 करोड़ से ऊपर जाने के आसार हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि दशमोत्तर कक्षाओं के लिए एक लाख की बजाय आय सीमा दो लाख रुपये तक कर दी गई है। इस छूट से वजीफे के लिए आवेदन करने वालों की संख्या करीब छह लाख तक पहुंचेगी।
आय सीमा में मिली छूट से मध्यम वर्ग के अधिकतर ऐसे परिवारों के छात्र-छात्राएं भी आवेदन करेंगे जिनके परिवार की आय 10 से 15 हजार रुपये तक है। विभागों की ओर से फिलहाल छात्र-छात्राओं से 31 जनवरी तक आवेदन मांगे हैं। 15 फरवरी तक शिक्षण संस्थाओं के माध्यम से आवेदन कराए जाएंगे। फिलहाल डाटा फीडिंग का काम चल रहा है। विभागों में आवेदन करने पहुंच रहे अधिकतर विद्यार्थी भी नई नियमावली को सही मान रहे हैं। उनका कहना है कि बीपीएल सूची में शामिल न होने वाले भी अब आवेदन कर पा रहे हैं।