छुटमलपुर। प्रदेश सरकार के नगर विकास काबीना मंत्री मुहम्मद आजम खान ने कहा कि देश की खुशहाली का रास्ता मदारिस और पाठशाला से होकर जाता है। केंद्र सरकार की ओर अरबों रुपये खर्च करके चलाए गए सर्व साक्षरता अभियान से बेहतर परिणाम ये मदरसे और छोटे स्कूल दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि तालीमी इदारों से जाता है देश की खुशहाली का रास्ता।
हकीम मुहम्मद उसमान कासमी के बुलावे पर निजी कार्यक्रम के तहत फतेहपुर भादो के मदरसा सिराजुल उलूम में पहुंचे आजम खान ने कहा कि उन्होंने टूटे मकान से जिंदगी की शुरुआत की थी और तालीम के बूते ही यहां तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि ये जमीन और आसमान हमारी अपनी है। यदि हम पाक चले जाते तो ताजमहल का हुस्न और कुतुबमीनार की बुलंदी किसके सहारे छोड़ते। पर कुदरत का फैसला हमारे हक में आया।
आजम खान ने कहा कि केंद्र सरकार अरबों रुपये खर्च करके साक्षरता अभियान चला रही है, लेकिन उससे ज्यादा परिणाम ये अकेले मदरसे दे रहे हैं। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से अपील की वे मौलाना मुहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय में मेडिकल कॉलेज बनाने के उनके सपने को पूरा करने के लिए दुआ करें। समारोह की सदारत सरफराज खान और निजामत हकीम मुहम्मद उसमान कासमी ने की। समारोह का आगाज कारी मुहम्मद रहमान ने नात ए पाक से की। यहां पहुंचने पर आजम खान का स्वागत राव सम्मून, राव मुतैय्यब, मंसूर, हाजी दिलदार, गुफरान छोटा, रऊफ उर्फ टीपू, शाहिद, मुकर्रम, मुंशी अजीज, अब्दुल वाजिद, हाजी कामिल, हाजी मकबूल, मामा इस्माईल, कैप्टन मंसूर, सदवा राणा, तस्लीम मिर्जा आदि ने माल्यार्पण से किया।