सहारनपुर। जिले में मलेरिया के कहर के बाद अब डेंगू ने भी हमला बोल दिया है। जौली ग्रांट अस्पताल देहरादून में भर्ती ऐसे छह मरीजों की सूचना मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। दिल्ली में भी डेंगू के कुछ मरीज भर्ती बताए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम सोमवार से संबंधित क्षेत्रों में जाकर इन मरीजों का ब्योरा जुटाएगी।
जिले में पिछले दो-तीन माह में विभिन्न बुखार आदि से अब करीब 300 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें बच्चे, किशोर, युवा और बुजुर्ग सभी शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया के डेढ़ हजार से अधिक मरीज मिलने की बात तो कही, मगर मरीजों की मौताें के बारे में उसके पास कोई आंकड़ा और रिकार्ड नहीं है। पिछले काफी समय से गंगोह, सरसावा, नकुड़, चिलकाना सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्राें से डेंगू के लक्षण वाले मरीजों की सूचनाएं मिलीं हैं, मगर विभाग इस मामले में भी अब तक खामोश रहा।
अब जौली ग्रांट अस्पताल देहरादून की ओर से मिली डेंगू के मरीजों की सूचना ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा दिया है। अस्पताल में सहारनपुर जिले के छह मरीज भर्ती होने की सूचना दी गई है। विभाग सोमवार से टीम भेजकर इन मरीजों की जांच करवाएगा।
डेंगू के मरीजों का होगा सत्यापन
यह सही है कि जौली ग्रांट अस्पताल देहरादून की ओर से विभाग को कुछ मरीजों में डेंगू होने के बारे में सूचित किया है। इसे अपने स्तर पर सत्यापित कराने की जरूरत है। इसलिए विभाग मरीजों के नाम, पते और अन्य विवरण के अलावा उनके इलाज के स्तर की जांच कराएगा। सोमवार से इसकी प्रक्रिया शुरू होगी।
-डा. ओपी सिंह, नोडल आफिसर, संक्रामक रोग नियंत्रण कार्यक्रम
एडी हेल्थ आफिस के कर्मी का रिश्तेदार भी पीड़ित
अपर निदेशक स्वास्थ्य कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी सचिन कुमार के नाना बाबूराम सैनी भी डेंगू से पीड़ित हैं। उनका इस समय दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनकी प्लेटलेट्स घटकर 13000 तक आ गई हैं। बाबूराम गांव धानवा के रहने वाले हैं। यह वही गांव हैं जिसे बुखार के मामले में संवेदनशील माना गया है और अपर निदेशक डा. लोकेश्वर भी यहां निरीक्षण कर चुके हैं।
डेंगू और लक्षण
- दिन के समय काटने वाले एडीज मच्छर का काटने से डेंगू होता है
- डेंगू में शरीर पर लाल रंग के चक्कते पड़ जाते हैं
- ब्लड प्लेटलेट्स तेजी से गिरती है, बहुत कम होने पर ब्लीडिंग होती है
- तेज बुखार के साथ ही मरीज इसमें लगातार कमजोरी महसूस करता है
- मुंह या नाक से खून बहने के लक्षण भी इस बुखार में सामने आ सकते हैं।
- मांसपेशियों और जोड़ों में तेज दर्द होता है। उल्टी या चक्कर आने की संभावना
सहारनपुर। जिले में मलेरिया के कहर के बाद अब डेंगू ने भी हमला बोल दिया है। जौली ग्रांट अस्पताल देहरादून में भर्ती ऐसे छह मरीजों की सूचना मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। दिल्ली में भी डेंगू के कुछ मरीज भर्ती बताए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम सोमवार से संबंधित क्षेत्रों में जाकर इन मरीजों का ब्योरा जुटाएगी।
जिले में पिछले दो-तीन माह में विभिन्न बुखार आदि से अब करीब 300 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें बच्चे, किशोर, युवा और बुजुर्ग सभी शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया के डेढ़ हजार से अधिक मरीज मिलने की बात तो कही, मगर मरीजों की मौताें के बारे में उसके पास कोई आंकड़ा और रिकार्ड नहीं है। पिछले काफी समय से गंगोह, सरसावा, नकुड़, चिलकाना सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्राें से डेंगू के लक्षण वाले मरीजों की सूचनाएं मिलीं हैं, मगर विभाग इस मामले में भी अब तक खामोश रहा।
अब जौली ग्रांट अस्पताल देहरादून की ओर से मिली डेंगू के मरीजों की सूचना ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा दिया है। अस्पताल में सहारनपुर जिले के छह मरीज भर्ती होने की सूचना दी गई है। विभाग सोमवार से टीम भेजकर इन मरीजों की जांच करवाएगा।
डेंगू के मरीजों का होगा सत्यापन
यह सही है कि जौली ग्रांट अस्पताल देहरादून की ओर से विभाग को कुछ मरीजों में डेंगू होने के बारे में सूचित किया है। इसे अपने स्तर पर सत्यापित कराने की जरूरत है। इसलिए विभाग मरीजों के नाम, पते और अन्य विवरण के अलावा उनके इलाज के स्तर की जांच कराएगा। सोमवार से इसकी प्रक्रिया शुरू होगी।
-डा. ओपी सिंह, नोडल आफिसर, संक्रामक रोग नियंत्रण कार्यक्रम
एडी हेल्थ आफिस के कर्मी का रिश्तेदार भी पीड़ित
अपर निदेशक स्वास्थ्य कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी सचिन कुमार के नाना बाबूराम सैनी भी डेंगू से पीड़ित हैं। उनका इस समय दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनकी प्लेटलेट्स घटकर 13000 तक आ गई हैं। बाबूराम गांव धानवा के रहने वाले हैं। यह वही गांव हैं जिसे बुखार के मामले में संवेदनशील माना गया है और अपर निदेशक डा. लोकेश्वर भी यहां निरीक्षण कर चुके हैं।
डेंगू और लक्षण
- दिन के समय काटने वाले एडीज मच्छर का काटने से डेंगू होता है
- डेंगू में शरीर पर लाल रंग के चक्कते पड़ जाते हैं
- ब्लड प्लेटलेट्स तेजी से गिरती है, बहुत कम होने पर ब्लीडिंग होती है
- तेज बुखार के साथ ही मरीज इसमें लगातार कमजोरी महसूस करता है
- मुंह या नाक से खून बहने के लक्षण भी इस बुखार में सामने आ सकते हैं।
- मांसपेशियों और जोड़ों में तेज दर्द होता है। उल्टी या चक्कर आने की संभावना