रामपुर। सीतापुर जेल में बंद सपा सांसद आजम खां ने विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी थी, इस पर एमपी-एमएलए कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट उन्हें जेल से नामांकन दाखिल करने की अनुमति दे दी है। इसके लिए सीतापुर जेल प्रशासन को फैक्स भी कर दिया है। वहीं, आजम खां के प्रतिनिधि व समर्थक कागजों पर हस्ताक्षर कराने के लिए सीतापुर जेल रवाना हो गए हैं।
सपा सांसद आजम खां 23 माह से सीतापुर जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ जिले के अलग-अलग थानों में करीब सौ मुकदमे दर्ज हैं। जो न्यायालय में विचाराधीन हैं। अधिकतर मामलों में कोर्ट द्वारा उनकी जमानत मंजूर की जा चुकी है। अजीमनगर थाने में दर्ज शत्रु संपत्ति को जौहर विश्वविद्यालय में मिलाने के मामले में जमानत लंबित है, जबकि लखनऊ के भी एक मामले में अब तक जमानत नहीं हो सकी है। वहीं, समाजवादी पार्टी ने उन्हें शहर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार घोषित किया है। ऐसे में वे जेल में रहकर ही चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, उन्हें बाहर निकालने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दी गई है। चूंकि, इन दिनों विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया चल रही है, जिसमें 28 जनवरी तक नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे।
ऐसे में उनके जेल से बाहर आने की संभावना कम है। लिहाजा, सपा आजम खां भी इस बात को समझते हैं और उन्होंने अपने अधिवक्ता के माध्यम से एमपी-एमएलए कोर्ट (मजिस्ट्रेट ट्रायल) में प्रार्थना दिया था, जिसमें उन्होंने नामांकन प्रक्रिया को पूर्ण कराने के लिए अनुमति मांगी थी। इस पर मंगलवार को कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने सुनवाई करते हुए आजम खां को नामांकन प्रक्रिया पूर्ण कराने के लिए अनुमति दे दी है। कोर्ट के आदेश को फैक्स के जरिए सीतापुर जेल भेजा गया है। कोर्ट की अनुमति मिलने के बाद उनके प्रतिनिधि व समर्थक पर्चा नामजदगी लेकर सीतापुर जेल रवाना हो गए हैं। जहां पर जेल प्रशासन की मौजूदगी में आजम खां दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करेंगे।
रामपुर। सीतापुर जेल में बंद सपा सांसद आजम खां ने विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी थी, इस पर एमपी-एमएलए कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट उन्हें जेल से नामांकन दाखिल करने की अनुमति दे दी है। इसके लिए सीतापुर जेल प्रशासन को फैक्स भी कर दिया है। वहीं, आजम खां के प्रतिनिधि व समर्थक कागजों पर हस्ताक्षर कराने के लिए सीतापुर जेल रवाना हो गए हैं।
सपा सांसद आजम खां 23 माह से सीतापुर जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ जिले के अलग-अलग थानों में करीब सौ मुकदमे दर्ज हैं। जो न्यायालय में विचाराधीन हैं। अधिकतर मामलों में कोर्ट द्वारा उनकी जमानत मंजूर की जा चुकी है। अजीमनगर थाने में दर्ज शत्रु संपत्ति को जौहर विश्वविद्यालय में मिलाने के मामले में जमानत लंबित है, जबकि लखनऊ के भी एक मामले में अब तक जमानत नहीं हो सकी है। वहीं, समाजवादी पार्टी ने उन्हें शहर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार घोषित किया है। ऐसे में वे जेल में रहकर ही चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, उन्हें बाहर निकालने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दी गई है। चूंकि, इन दिनों विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया चल रही है, जिसमें 28 जनवरी तक नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे।
ऐसे में उनके जेल से बाहर आने की संभावना कम है। लिहाजा, सपा आजम खां भी इस बात को समझते हैं और उन्होंने अपने अधिवक्ता के माध्यम से एमपी-एमएलए कोर्ट (मजिस्ट्रेट ट्रायल) में प्रार्थना दिया था, जिसमें उन्होंने नामांकन प्रक्रिया को पूर्ण कराने के लिए अनुमति मांगी थी। इस पर मंगलवार को कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने सुनवाई करते हुए आजम खां को नामांकन प्रक्रिया पूर्ण कराने के लिए अनुमति दे दी है। कोर्ट के आदेश को फैक्स के जरिए सीतापुर जेल भेजा गया है। कोर्ट की अनुमति मिलने के बाद उनके प्रतिनिधि व समर्थक पर्चा नामजदगी लेकर सीतापुर जेल रवाना हो गए हैं। जहां पर जेल प्रशासन की मौजूदगी में आजम खां दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करेंगे।