रामपुर। होली के मौके पर भरे गए रिफाइंड और सरसों के तेल के तीन और नमूने फेल हो गए। जांच के दौरान इनमें सेहत के लिए घातक खतरनाक रंगों का इस्तेमाल मिला। मामले में विक्रेता के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए खाद्य आयुक्त से अनुमति मांगी गई है।
तमाम कोशिशों के बाद भी रिफाइंड में मिलावट का दौर अभी भी जारी है। इसका खुलासा एक बार फिर हुआ है। होली के मौके पर एफडीए की टीम ने चमरपुरा क्षेत्र से रिफाइंड के तेल के नमूने भरे थे। इसको जांच के लिए लैब भेज दिया गया था। जिसकी रिपोर्ट अब आकर मिली है। लैब से आई रिपोर्ट के मुताबिक रिफाइंड आयल में मक्खन रंग का रंग मिलाया गया था जोकि सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। इसके अलावा सरसों के तेल के भी नमूने भरे गए थे। इसमें से दो नमूने फेल हो गए। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी रमेश चंद्र गौतम के मुताबिक तीन नमूने फेल हो गए हैं। तीनों में केमिकल युक्त रंग पाया गया है जो कि सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
रामपुर। होली के मौके पर भरे गए रिफाइंड और सरसों के तेल के तीन और नमूने फेल हो गए। जांच के दौरान इनमें सेहत के लिए घातक खतरनाक रंगों का इस्तेमाल मिला। मामले में विक्रेता के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए खाद्य आयुक्त से अनुमति मांगी गई है।
तमाम कोशिशों के बाद भी रिफाइंड में मिलावट का दौर अभी भी जारी है। इसका खुलासा एक बार फिर हुआ है। होली के मौके पर एफडीए की टीम ने चमरपुरा क्षेत्र से रिफाइंड के तेल के नमूने भरे थे। इसको जांच के लिए लैब भेज दिया गया था। जिसकी रिपोर्ट अब आकर मिली है। लैब से आई रिपोर्ट के मुताबिक रिफाइंड आयल में मक्खन रंग का रंग मिलाया गया था जोकि सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। इसके अलावा सरसों के तेल के भी नमूने भरे गए थे। इसमें से दो नमूने फेल हो गए। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी रमेश चंद्र गौतम के मुताबिक तीन नमूने फेल हो गए हैं। तीनों में केमिकल युक्त रंग पाया गया है जो कि सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।