रामपुर। टांडा के चेयरमैन पर छात्रा के अपहरण के मामले की जांच अभी पूरी तरह शुरू भी नहीं हो पाई थी कि इस बीच इस पूरी स्टोरी में नया मोड़ आ गया है। जिस छात्रा के अपहरण करने की बात कही जा रही थी वह मीडिया के सामने आई और उसने शिकायत करने वाले को अपना पिता मानने से इंकार कर दिया और कहा कि वह शिकायत करने वाले सौतेले नाना हैं उनकी चेयरमैन से रंजिश चल रही है वह तो अपने माता-पिता के साथ मेरठ में ही रह रही है।
टांडा के भव्वलपुरी एक व्यक्ति दो दिन पहले एएसपी से मुलाकात कर टांडा के चेयरमैन शहाबुद्दीन गौरी पर अपनी बेटी के अपहरण का आरोप लगाया था। उसका कहना था कि उसकी बेटी बीए की छात्रा है और उसके घर चेयरमैन का आना जाना था। वो उसका अपहरण कर ले गए हैं। अपहरण का सनसनीखेज आरोप लगने केबाद टांडा चेयरमैन ने इन आरोपों को निराधार बताया था। एएसपी ने इस मामले की जांच सीओ स्वार को सौंपी थी। अभी जांच शुरू भी नहीं हुई कि छात्रा नाटकीय अंदाज में बुधवार की शाम को मीडिया के समक्ष पेश हुई,जहां उसने जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के संग ही सीओ स्वार को शपथपत्र के जरिए चेयरमैन का बचाव किया। उसने तो शिकायतकर्ता को अपना सौतेला नाना बताया। कहा कि उसके पिता मेरठ में आटो चलाते हैं। इतना जरूर कहा कि वह अपने नाना-नानी केसाथ यहां रहती जरूर थी,लेकिन कुछ दिन पहले वह माता पिता के संग चली गई।
रामपुर। टांडा के चेयरमैन पर छात्रा के अपहरण के मामले की जांच अभी पूरी तरह शुरू भी नहीं हो पाई थी कि इस बीच इस पूरी स्टोरी में नया मोड़ आ गया है। जिस छात्रा के अपहरण करने की बात कही जा रही थी वह मीडिया के सामने आई और उसने शिकायत करने वाले को अपना पिता मानने से इंकार कर दिया और कहा कि वह शिकायत करने वाले सौतेले नाना हैं उनकी चेयरमैन से रंजिश चल रही है वह तो अपने माता-पिता के साथ मेरठ में ही रह रही है।
टांडा के भव्वलपुरी एक व्यक्ति दो दिन पहले एएसपी से मुलाकात कर टांडा के चेयरमैन शहाबुद्दीन गौरी पर अपनी बेटी के अपहरण का आरोप लगाया था। उसका कहना था कि उसकी बेटी बीए की छात्रा है और उसके घर चेयरमैन का आना जाना था। वो उसका अपहरण कर ले गए हैं। अपहरण का सनसनीखेज आरोप लगने केबाद टांडा चेयरमैन ने इन आरोपों को निराधार बताया था। एएसपी ने इस मामले की जांच सीओ स्वार को सौंपी थी। अभी जांच शुरू भी नहीं हुई कि छात्रा नाटकीय अंदाज में बुधवार की शाम को मीडिया के समक्ष पेश हुई,जहां उसने जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के संग ही सीओ स्वार को शपथपत्र के जरिए चेयरमैन का बचाव किया। उसने तो शिकायतकर्ता को अपना सौतेला नाना बताया। कहा कि उसके पिता मेरठ में आटो चलाते हैं। इतना जरूर कहा कि वह अपने नाना-नानी केसाथ यहां रहती जरूर थी,लेकिन कुछ दिन पहले वह माता पिता के संग चली गई।