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अल्लाह ने हमारी बख्शीश के लिए दिया है रमजान
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कहीं भी, कभी भी।
रामपुर। मुकद्दस रमजान माह में मस्जिदों व घरों में तरावीह की नमाज की कुरान मुकम्मल होने का सिलसिला जारी है। बुधवार व बृहस्पतिवार रात भी नगर की कई मस्जिदों में कुरान मुकम्मल हुआ, इसके बाद मुल्क की तरक्की व अमन की दुआ की गई।
पुराना गंज मोहल्ला घेर इनायत खां में मस्जिद सद्दन शाह मियां वाली में बृहस्पतिवार रात क़ुरान पाक मुकम्मल हुआ। इस दौरान हाफिज आजम खां ने कलाम ए पाक सुनाया और समाअत के फराइज हाफिज अनस साहब ने अदा किए। इस मौके पर क़ारी सलीम साहब ने रमजान की फजीलत बयान करते हुए कहा कि रमजान के महीने में शैतान कैद हो जाता है, इसलिए इबादत बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि नमाज इस उम्मत की पहचान है। अल्लाह पूरे महीने के रोजे रखने वालों के गुनाहों को माफ़ कर देता है और 29 रमजान की रात को उन्हें पाक साफ़ करके अपनी रहमत की गोद में ले लेता है।
रमजान के पूरे महीने अल्लाह का अर्श पहले आसमान पर आ जाता है और ऐलान करता है जिसको जो नेकी चाहिए आ जाओ माफ़ी के दरवाजे खुले हैं। इस मौके पर मुराद कलीम खां, नफ़ीस दुला ख़ा, जकी खां, शहजाद कलीम, यावर, आरिज, फराज ख़ान आदि मौजूद रहे।
इसके साथ ही मस्जिद मजार कल्लू मियां राजद्वारा में हाफिज मौलाना जमीर अहमद ने बृहस्पतिवार रात क़ुरान पाक तकमील किया। समाअत की जिम्मेदारी हाफिज अदनान ने अदा की। इस मौके पर बयान करते हुए मौलवी जमीर अहमद ने कहा कि रमजान अल्लाह ने हमारी बख्शीश के लिए हमें दिया है। अगर हमने अपनी ग़फ़लत के सबब इस महीने की क़दर नहीं की तो गुनाहगार होने के साथ साथ हम अल्लाह की रहमत और उसके इनाम से भी महरूम रहेंगे। इसलिए इस महीने में खूब इबादत करें और इस महीने की बरकतें हासिल करें। इस अवसर पर सय्यद गयास मियां, सय्यद खालिद मियां, जकी मियां, इकराम मियां, वासिक मियां, जुनैद खां आदि मौजूद रहे।
वहीं दूसरी ओर मनकरा गांव की मस्जिद में भी तरावीह की नमाज के दौरान कुरान मुकम्मल हो गया। यहां हाफिज जीशान खां ने कुरान सुनाया। फातेहा और दुआ के बाद शीरीनी तकसीम की गई। इस मौके पर ग्राम प्रधान पति काशिफ खां, अहसान उल्ला खां, मुनीर अहमद, कदीर खां, शहजान खां, इकराम उल्ला खां, बाबर खां, शाहनवाज खां, हाजी नबी हुसैन, अमजद उल्ला खां, भूरा मेट, अली अहमद, गुलाम साबिर, शानू रजा, शाकिर मलिक, जाबिर शाह आदि मौजूद रहे।
रामपुर। मुकद्दस रमजान माह में मस्जिदों व घरों में तरावीह की नमाज की कुरान मुकम्मल होने का सिलसिला जारी है। बुधवार व बृहस्पतिवार रात भी नगर की कई मस्जिदों में कुरान मुकम्मल हुआ, इसके बाद मुल्क की तरक्की व अमन की दुआ की गई।
पुराना गंज मोहल्ला घेर इनायत खां में मस्जिद सद्दन शाह मियां वाली में बृहस्पतिवार रात क़ुरान पाक मुकम्मल हुआ। इस दौरान हाफिज आजम खां ने कलाम ए पाक सुनाया और समाअत के फराइज हाफिज अनस साहब ने अदा किए। इस मौके पर क़ारी सलीम साहब ने रमजान की फजीलत बयान करते हुए कहा कि रमजान के महीने में शैतान कैद हो जाता है, इसलिए इबादत बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि नमाज इस उम्मत की पहचान है। अल्लाह पूरे महीने के रोजे रखने वालों के गुनाहों को माफ़ कर देता है और 29 रमजान की रात को उन्हें पाक साफ़ करके अपनी रहमत की गोद में ले लेता है।
रमजान के पूरे महीने अल्लाह का अर्श पहले आसमान पर आ जाता है और ऐलान करता है जिसको जो नेकी चाहिए आ जाओ माफ़ी के दरवाजे खुले हैं। इस मौके पर मुराद कलीम खां, नफ़ीस दुला ख़ा, जकी खां, शहजाद कलीम, यावर, आरिज, फराज ख़ान आदि मौजूद रहे।
इसके साथ ही मस्जिद मजार कल्लू मियां राजद्वारा में हाफिज मौलाना जमीर अहमद ने बृहस्पतिवार रात क़ुरान पाक तकमील किया। समाअत की जिम्मेदारी हाफिज अदनान ने अदा की। इस मौके पर बयान करते हुए मौलवी जमीर अहमद ने कहा कि रमजान अल्लाह ने हमारी बख्शीश के लिए हमें दिया है। अगर हमने अपनी ग़फ़लत के सबब इस महीने की क़दर नहीं की तो गुनाहगार होने के साथ साथ हम अल्लाह की रहमत और उसके इनाम से भी महरूम रहेंगे। इसलिए इस महीने में खूब इबादत करें और इस महीने की बरकतें हासिल करें। इस अवसर पर सय्यद गयास मियां, सय्यद खालिद मियां, जकी मियां, इकराम मियां, वासिक मियां, जुनैद खां आदि मौजूद रहे।
वहीं दूसरी ओर मनकरा गांव की मस्जिद में भी तरावीह की नमाज के दौरान कुरान मुकम्मल हो गया। यहां हाफिज जीशान खां ने कुरान सुनाया। फातेहा और दुआ के बाद शीरीनी तकसीम की गई। इस मौके पर ग्राम प्रधान पति काशिफ खां, अहसान उल्ला खां, मुनीर अहमद, कदीर खां, शहजान खां, इकराम उल्ला खां, बाबर खां, शाहनवाज खां, हाजी नबी हुसैन, अमजद उल्ला खां, भूरा मेट, अली अहमद, गुलाम साबिर, शानू रजा, शाकिर मलिक, जाबिर शाह आदि मौजूद रहे।