ऊंचाहार (रायबरेली)। थाना क्षेत्र में बुधवार को आरयूसी ट्रेन से कटकर एक अधेड़ की मौत हो गई। सुबह उसका शव ऊंचाहार-रायबरेली रेलमार्ग पर मिलने से सनसनी फैल गई। परिवारीजनों ने पुलिस को घटना की सूचना दिए बगैर ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया। परिवारीजनों का कहना है कि मृतक का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था।
ऊंचाहार थाना क्षेत्र में बुधवार की सुबह सावांपुर नेवादा गांव के निकट ऊंचाहार-रायबरेली रेलमार्ग पर रायबरेली से कानपुर जाने वाली पैसेंजर ट्रेन आरयूसी अप से एक व्यक्ति की कटकर मौत हो गई। गांव के लोग नित्यक्रिया के लिए निकले तो ट्रैक पर शव देखा और जानकारी अन्य ग्रामीणों को दी।
सूचना पर पहुंचे ग्रामीणों ने उसकी पहचान माईदीन उर्फ तूफान (52) निवासी सावांपुर नेवादा के रूप में की। घटना के बाद परिवारीजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया। पूर्व ग्राम प्रधान देशराज ने बताया कि मृतक पिछले सात-आठ साल से मानसिक रूप से विक्षिप्त था। उधर, एसओ परशुराम त्रिपाठी ने बताया कि थाने पर घटना की सूचना नहीं दी गई है। वह अपने स्तर से घटना को दिखवाएंगे।
ऊंचाहार (रायबरेली)। थाना क्षेत्र में बुधवार को आरयूसी ट्रेन से कटकर एक अधेड़ की मौत हो गई। सुबह उसका शव ऊंचाहार-रायबरेली रेलमार्ग पर मिलने से सनसनी फैल गई। परिवारीजनों ने पुलिस को घटना की सूचना दिए बगैर ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया। परिवारीजनों का कहना है कि मृतक का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था।
ऊंचाहार थाना क्षेत्र में बुधवार की सुबह सावांपुर नेवादा गांव के निकट ऊंचाहार-रायबरेली रेलमार्ग पर रायबरेली से कानपुर जाने वाली पैसेंजर ट्रेन आरयूसी अप से एक व्यक्ति की कटकर मौत हो गई। गांव के लोग नित्यक्रिया के लिए निकले तो ट्रैक पर शव देखा और जानकारी अन्य ग्रामीणों को दी।
सूचना पर पहुंचे ग्रामीणों ने उसकी पहचान माईदीन उर्फ तूफान (52) निवासी सावांपुर नेवादा के रूप में की। घटना के बाद परिवारीजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया। पूर्व ग्राम प्रधान देशराज ने बताया कि मृतक पिछले सात-आठ साल से मानसिक रूप से विक्षिप्त था। उधर, एसओ परशुराम त्रिपाठी ने बताया कि थाने पर घटना की सूचना नहीं दी गई है। वह अपने स्तर से घटना को दिखवाएंगे।