एक व्यक्ति के जिंदा होते हुए भी उसके पट्टीदारों ने उसे मृत घोषित कर उसकी जगह दूसरे के शव का अंतिम संस्कार कर दिया। जिस व्यक्ति का अंतिम संस्कार किया गया है वह ईंट भट्ठे पर मजदूरी कर रहा है। कंधई थाना क्षेत्र के रतनमई गांव निवासी विपति विश्वकर्मा घर में अकेला है। उसकी शादी हुई थी, मगर पत्नी छोड़कर चली गई थी। अकेला होने के कारण घर में ताला बंद कर वह अपना पेट पालने के लिए कंधई थाना के मरुआन गांव में स्थित एक ईंट भट्ठे पर काम करने के लिए चला गया। बताते है कि उसकी भूमि पर पट्टीदारों ने कब्जा जमा लिया है। 29 फरवरी को जिला अस्पताल में एक अज्ञात वृद्ध की इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
इसकी खबर विपति विश्वकर्मा के पट्टीदारों को लगी। इस पर वे पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और शव की पहचान विपति के रूप में कर शव लेकर गांव चले गए। ग्रामीणों की मानी जाए तो शव का गांव में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। इसके बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट लेने के लिए सीएमओ आफिस के साथ पुलिस लाइन का चक्कर काटने लगे। दो दिनों पहले ईंट भट्ठे से छुट्टी लेकर जब विपति विश्वकर्मा अपने घर पहुंचा तो गांव के लोग उसे देखते ही दंग हो गए। कुछ लोगों ने जब उसकी मौत और अंतिम संस्कार की जानकारी दी तो वह मजाक समझ रहा था। लेकिन जब पूरा गांव यही बात कहने लगा तो वह परेशान हो गया। उसने फिर से ईंट भट्ठे पर जाकर मजदूरी करना शुरू कर दिया।