एक अगस्त से बैनामा लिखाना महंगा हो जाएगा। ऐसा सर्किल दर बढ़ने के कारण होगा। शहर के क्रीम इलाकों की सर्किल दरों में 10 फीसदी और ग्रामीण इलाकों में कम से कम 05 प्रतिशत की वृद्धि करने का खाका ने तैयार किया है। हालांकि नया सर्किल रेट लागू होने के पहले जिला प्रशासन ने आम नागरिकों से आपत्तियां मांगी हैं। स्टांप विभाग ने सभी तहसीलों को 27 जुलाई तक का समय दिया है।
जिले की पांचों तहसीलों में प्रत्येक वित्तीय वर्ष में नए सिरे से जमीनों का सर्किल रेट निश्चित किया जाता है। जिला प्रशासन शहर और ग्रामीण इलाकों के भूमि की उपयोगिता के हिसाब से मालियत निश्चित करता है। शहर में जमीन की मांग अधिक होने के कारण सर्किल रेट में भी अधिक बढ़ोतरी होती है। जबकि ग्रामीण इलाकों में जमीन की मालियत कम होने के कारण सर्किल रेट में भी अधिक बढ़ोतरी नहीं होती है। जिला प्रशासन ने नए सिरे से जमीनों का सर्किल रेट निश्चित किया है।
नगरपालिका के सिविल लाइंस, चौक, भैरवपुर, विवेकनगर, बाबागंज, अजीतनगर, भंगवाचुंगी, मीराभवन, बलीपुर सहित अनेक मुहल्लों की जमीनों की मालियत अधिक बढ़ाई गई है। जबकि ग्रामीण इलाकों में आबादी, कृषि योग्य भूमि की मालियत में 05.10 प्रतिशत बढ़ोतरी की गई है। यह बढ़ोतरी स्थानीय स्तर पर बढ़ती हुई मांग को ध्यान में रखकर किया गया है।