पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
प्रतापगढ़। अवध विश्वविद्यालय से सम्बद्ध जिले के कॉलेजों में चल रही परीक्षा में नकल माफिया हावी हैं। गठित सचल दल की सक्रियता का भी उनको खौफ नहीं हैं। दूसरी पाली में सोमवार को ढिंगवस व लालगंज क्षेत्र के दो महाविद्यालयों में सामूहिक नकल पकड़ी गई। वहां प्रश्नों का उत्तर बोल कर लिखाया जा रहा था। सचल दल ने प्रथम पाली की परीक्षा में अलग-अलग तीन कॉलेज में एक-एक नकलची को पकड़ा। स्थिति की रिपोर्ट विश्वविद्यालय को सचल दल ने भेज दी है।
जिले के महाविद्यालयों में चल रही परीक्षा के दौरान नकल का वीभत्स रूप सामने आ रहा है। ज्यादातर कॉलेजों में ठेकेदारी प्रथा से नकल कराई जा रही है। नकल रोकने के लिए अवध विश्वविद्यालय ने जिला स्तर पर सचल दल का गठन किया। पहली बार स्वच्छ परीक्षा कराने के लिए गठित दल के छापे में धुरचट नकल की स्थिति सामने आ रही है। सोमवार को प्रथम पाली में पीके सिंह के नेतृत्व में सचल दल गोबरी, अंतू और सण्डवाचंडिका स्थित यशोदानन्दन महाविद्यालय पहुंचा। तीनों कॉलेज में दल के सदस्यों ने एक-एक कुल तीन परीक्षार्थियों को नकल करते पकड़ा। दूसरी पाली की परीक्षा में शिक्षा माफियाओं की करतूत सामने आईं। बीडी मिश्र महाविद्यालय ढिंगवस व ओमबूढ़ेस्वर महाविद्यालय लालगंज में सामूहिक नकल पकड़ी गई। दोनों महाविद्यालयों में कक्ष निरीक्षक इमला बोल कर उत्तर लिखा रहे थे। सूत्रों की मानें तो सचल दल ने शिक्षकों के हाथ में नकल सामग्रियां पकड़ी हैं। उन कॉलेजों में दल के पहुंचते ही कई शिक्षक नकल सामग्रियों को खिड़की से फेंकते नजर आए। पकड़े गए तीन नकलची व दो महाविद्यालयों में सामूहिक नकल की रिपोर्ट दल के सदस्यों ने विश्वविद्यालय को भेज दी है। कहा जा रहा है कि जिस तरह से इमला बोला जा रहा था, उससे यह साफ जाहिर होता है कि वहां ठेकेदारी प्रथा से नकल कराई जा रही थी। भेजी गई रिपोर्ट पर अवध विश्वविद्यालय देर शाम तक कोई ठोस निर्णय नहीं ले सका था।
प्रतापगढ़। अवध विश्वविद्यालय से सम्बद्ध जिले के कॉलेजों में चल रही परीक्षा में नकल माफिया हावी हैं। गठित सचल दल की सक्रियता का भी उनको खौफ नहीं हैं। दूसरी पाली में सोमवार को ढिंगवस व लालगंज क्षेत्र के दो महाविद्यालयों में सामूहिक नकल पकड़ी गई। वहां प्रश्नों का उत्तर बोल कर लिखाया जा रहा था। सचल दल ने प्रथम पाली की परीक्षा में अलग-अलग तीन कॉलेज में एक-एक नकलची को पकड़ा। स्थिति की रिपोर्ट विश्वविद्यालय को सचल दल ने भेज दी है।
जिले के महाविद्यालयों में चल रही परीक्षा के दौरान नकल का वीभत्स रूप सामने आ रहा है। ज्यादातर कॉलेजों में ठेकेदारी प्रथा से नकल कराई जा रही है। नकल रोकने के लिए अवध विश्वविद्यालय ने जिला स्तर पर सचल दल का गठन किया। पहली बार स्वच्छ परीक्षा कराने के लिए गठित दल के छापे में धुरचट नकल की स्थिति सामने आ रही है। सोमवार को प्रथम पाली में पीके सिंह के नेतृत्व में सचल दल गोबरी, अंतू और सण्डवाचंडिका स्थित यशोदानन्दन महाविद्यालय पहुंचा। तीनों कॉलेज में दल के सदस्यों ने एक-एक कुल तीन परीक्षार्थियों को नकल करते पकड़ा। दूसरी पाली की परीक्षा में शिक्षा माफियाओं की करतूत सामने आईं। बीडी मिश्र महाविद्यालय ढिंगवस व ओमबूढ़ेस्वर महाविद्यालय लालगंज में सामूहिक नकल पकड़ी गई। दोनों महाविद्यालयों में कक्ष निरीक्षक इमला बोल कर उत्तर लिखा रहे थे। सूत्रों की मानें तो सचल दल ने शिक्षकों के हाथ में नकल सामग्रियां पकड़ी हैं। उन कॉलेजों में दल के पहुंचते ही कई शिक्षक नकल सामग्रियों को खिड़की से फेंकते नजर आए। पकड़े गए तीन नकलची व दो महाविद्यालयों में सामूहिक नकल की रिपोर्ट दल के सदस्यों ने विश्वविद्यालय को भेज दी है। कहा जा रहा है कि जिस तरह से इमला बोला जा रहा था, उससे यह साफ जाहिर होता है कि वहां ठेकेदारी प्रथा से नकल कराई जा रही थी। भेजी गई रिपोर्ट पर अवध विश्वविद्यालय देर शाम तक कोई ठोस निर्णय नहीं ले सका था।