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प्रतापगढ़। ठिठुरन भरी ठंड लेकर लौटी पछुवा हवाएं शुक्रवार को कहर बरपाती रहीं। रात का पारा अचानक लुढकने से गलन और बढ़ गई। सुबह छाए घने कोहरे को चीर निकले सूर्यदेव की चमक तेज होते ही ठंड से राहत महसूस की।
गलन भरी ठंड लेकर लौटी पछुवा हवाओं से लोगों को पांचवें दिन भी राहत नहीं मिली। शुक्रवार की सुबह घना कोहरा छाया रहा। इससे राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। करीब नौ बजे घने कोहरे को चीरकर निकले सूर्यदेव ने बल लगाया तो लोगों को धूप का एहसास हुआ। रात में अचानक लुढ़क गया। इससे ठिठुरन भरी ठंड से सभी बेहाल हो उठे। शुक्रवार को न्यूनतम पारा 5.0 और अधिकतम 21.4 डिग्री रेकार्ड किया गया। दिन में धूप तेज निकलने से लोगों ने आनन्द लिया। मगर शाम होते ही जिले के लोग ठंड की गिरफ्त में आ गए। मौसम विशेषज्ञ कृपाशंकर सिंह की मानें तो पछुवा हवाएं जब तक चलती रहेंगी तब तक ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। उन्होंने यह क्रम सप्ताह भर अभी और चलने की बात कही है।
नगर कोतवाली के जेल रोड निवासी विमला देवी (65) को परिजनों ने गुरुवार की रात ठंड लगने के कारण जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां इलाज के दौरान उसकी शुक्रवार को मौत हो गई।
जंक्शन पर सुरक्षा के मद्देनजर जीआरपी व आरपीएफ ने चेकिंग की। इस दौरान यात्रियों के सामान आदि भी चेक किए गए। सिपाहियों ने जंक्शन पर हर आने-जाने वाले यात्री को चेक किया। इसके साथ ही आने-जाने वाली ट्रेनों में भी चेकिंग अभियान चलाया गया। यही नहीं टेप बजाकर यात्रियों को सावधान भी किया जाता रहा।
मेले को देखते हुए जीआरपी ने सुरक्षा के इंतजाम मजबूत करने शुरू कर दिए हैं। संदिग्धों की तलाश भी जंक्शन पर की जा रही है। जंक्शन पर शुक्रवार को यात्रियों की भारी भीड़ दिखी। सभी को सिपाहियों की ‘एक्सरे’ नजर से गुजरना पड़ रहा था। मेटल डिटेक्टर के माध्यम से यात्रियों के सामान भी चेक किए जा रहे थे। आरपीएफ ने ट्रेनों में सवार यात्रियों की चेकिंग की। यात्रियों को ट्रेन के आने की सूचना देने वाले माइक पर सावधान रहने को भी कहा जा रहा था। यही नहीं उनसे अनजान लोगों से दूर रहने और अपने सामान की सुरक्षा करने को भी कहा जा रहा था। जीआरपी एसओ ने बताया कि मेले को लेकर चेकिंग की जा रही है। ताकि कोई भी अवांछित वस्तु मेले में न ले जाई जा सके।
कोहरे के चलते ट्रेनों के संचालन में विलम्ब हो रहा है। हर दिन ट्रेनें लेट होने के साथ अनिश्चित भी हो रही हैं। शुक्रवार को लखनऊ-प्रयागघाट देर से संचालित होने के कारण प्रतापगढ़ से ही लखनऊ लौट गई जबकि इसे प्रयाग तक जाना था। इसके साथ ही फैजाबाद से प्रयाग जाने वाली व प्रयागघाट से लखनऊ जाने वाली ट्रेन अनिश्चित रही। इसके अलावा लखनऊ-वाराणसी एक घंटा, वाराणसी से नई दिल्ली जाने वाली काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस डेढ़ घंटा, अमृतसर-हाबड़ा पंजाब मेल डेढ़ घंटा, नई दिल्ली से पुरी नीलांचल एक्सप्रेस 30 मिनट देरी से जंक्शन पहुंची।
प्रतापगढ़। ठिठुरन भरी ठंड लेकर लौटी पछुवा हवाएं शुक्रवार को कहर बरपाती रहीं। रात का पारा अचानक लुढकने से गलन और बढ़ गई। सुबह छाए घने कोहरे को चीर निकले सूर्यदेव की चमक तेज होते ही ठंड से राहत महसूस की।
गलन भरी ठंड लेकर लौटी पछुवा हवाओं से लोगों को पांचवें दिन भी राहत नहीं मिली। शुक्रवार की सुबह घना कोहरा छाया रहा। इससे राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। करीब नौ बजे घने कोहरे को चीरकर निकले सूर्यदेव ने बल लगाया तो लोगों को धूप का एहसास हुआ। रात में अचानक लुढ़क गया। इससे ठिठुरन भरी ठंड से सभी बेहाल हो उठे। शुक्रवार को न्यूनतम पारा 5.0 और अधिकतम 21.4 डिग्री रेकार्ड किया गया। दिन में धूप तेज निकलने से लोगों ने आनन्द लिया। मगर शाम होते ही जिले के लोग ठंड की गिरफ्त में आ गए। मौसम विशेषज्ञ कृपाशंकर सिंह की मानें तो पछुवा हवाएं जब तक चलती रहेंगी तब तक ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। उन्होंने यह क्रम सप्ताह भर अभी और चलने की बात कही है।
नगर कोतवाली के जेल रोड निवासी विमला देवी (65) को परिजनों ने गुरुवार की रात ठंड लगने के कारण जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां इलाज के दौरान उसकी शुक्रवार को मौत हो गई।
जंक्शन पर सुरक्षा के मद्देनजर जीआरपी व आरपीएफ ने चेकिंग की। इस दौरान यात्रियों के सामान आदि भी चेक किए गए। सिपाहियों ने जंक्शन पर हर आने-जाने वाले यात्री को चेक किया। इसके साथ ही आने-जाने वाली ट्रेनों में भी चेकिंग अभियान चलाया गया। यही नहीं टेप बजाकर यात्रियों को सावधान भी किया जाता रहा।
मेले को देखते हुए जीआरपी ने सुरक्षा के इंतजाम मजबूत करने शुरू कर दिए हैं। संदिग्धों की तलाश भी जंक्शन पर की जा रही है। जंक्शन पर शुक्रवार को यात्रियों की भारी भीड़ दिखी। सभी को सिपाहियों की ‘एक्सरे’ नजर से गुजरना पड़ रहा था। मेटल डिटेक्टर के माध्यम से यात्रियों के सामान भी चेक किए जा रहे थे। आरपीएफ ने ट्रेनों में सवार यात्रियों की चेकिंग की। यात्रियों को ट्रेन के आने की सूचना देने वाले माइक पर सावधान रहने को भी कहा जा रहा था। यही नहीं उनसे अनजान लोगों से दूर रहने और अपने सामान की सुरक्षा करने को भी कहा जा रहा था। जीआरपी एसओ ने बताया कि मेले को लेकर चेकिंग की जा रही है। ताकि कोई भी अवांछित वस्तु मेले में न ले जाई जा सके।
कोहरे के चलते ट्रेनों के संचालन में विलम्ब हो रहा है। हर दिन ट्रेनें लेट होने के साथ अनिश्चित भी हो रही हैं। शुक्रवार को लखनऊ-प्रयागघाट देर से संचालित होने के कारण प्रतापगढ़ से ही लखनऊ लौट गई जबकि इसे प्रयाग तक जाना था। इसके साथ ही फैजाबाद से प्रयाग जाने वाली व प्रयागघाट से लखनऊ जाने वाली ट्रेन अनिश्चित रही। इसके अलावा लखनऊ-वाराणसी एक घंटा, वाराणसी से नई दिल्ली जाने वाली काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस डेढ़ घंटा, अमृतसर-हाबड़ा पंजाब मेल डेढ़ घंटा, नई दिल्ली से पुरी नीलांचल एक्सप्रेस 30 मिनट देरी से जंक्शन पहुंची।