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गड़वारा। पुलिस के लिए सिरदर्द बने गायब अधिवक्ता विमलचंद्र मिश्र का भले कोई सुराग नहीं लग रहा है मगर हर दिन खोजबीन के दौरान कोई न कोई उनका सामान जरूर मिल रहा है।
अंतू थाना क्षेत्र के आदमपुर निवासी अधिवक्ता विमलचंद्र मिश्र को गायब हुए नौ दिन बीत गए। अभी तक वकील के आरोपियों तक पुलिस नहीं पहुंच सकी और न ही गायब विमल का कोई सुराग लगा। अफसरों ने घटना के पटाक्षेप के लिए तेज तर्राक थानेदारों के साथ ही एसओजी को भी लगा रखा है। गायब विमल का गुरुवार को जहां मोबाइल मिला वहीं शुक्रवार को पूरे भगवानदास गांव के जंगल में रक्तरंजित मोजा, टोपी और रुमाल मिला तो ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। इस बात की खबर मिलने के बाद इलाकाई पुलिस पहुंची और सभी मिली वस्तुएं अपने कब्जे में ले ली। इस बीच परिजन सई नदी में तलाश कर रहे थे। अचानक एक बोरा बहता हुआ दिखा तो ग्रामीण उसे निकालने के लिए नदी में कूद पड़े। बाहर निकालने पर उसमें फूल माला ही मिला। अधिवक्ता का प्रतिदिन कपड़ा और सामान मिलने से तरह-तरह की आशंकाएं ग्रामीण जता रहे हैं। गांव में बवाल की आशंका से पुलिस तैनात है।
गड़वारा। पुलिस के लिए सिरदर्द बने गायब अधिवक्ता विमलचंद्र मिश्र का भले कोई सुराग नहीं लग रहा है मगर हर दिन खोजबीन के दौरान कोई न कोई उनका सामान जरूर मिल रहा है।
अंतू थाना क्षेत्र के आदमपुर निवासी अधिवक्ता विमलचंद्र मिश्र को गायब हुए नौ दिन बीत गए। अभी तक वकील के आरोपियों तक पुलिस नहीं पहुंच सकी और न ही गायब विमल का कोई सुराग लगा। अफसरों ने घटना के पटाक्षेप के लिए तेज तर्राक थानेदारों के साथ ही एसओजी को भी लगा रखा है। गायब विमल का गुरुवार को जहां मोबाइल मिला वहीं शुक्रवार को पूरे भगवानदास गांव के जंगल में रक्तरंजित मोजा, टोपी और रुमाल मिला तो ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। इस बात की खबर मिलने के बाद इलाकाई पुलिस पहुंची और सभी मिली वस्तुएं अपने कब्जे में ले ली। इस बीच परिजन सई नदी में तलाश कर रहे थे। अचानक एक बोरा बहता हुआ दिखा तो ग्रामीण उसे निकालने के लिए नदी में कूद पड़े। बाहर निकालने पर उसमें फूल माला ही मिला। अधिवक्ता का प्रतिदिन कपड़ा और सामान मिलने से तरह-तरह की आशंकाएं ग्रामीण जता रहे हैं। गांव में बवाल की आशंका से पुलिस तैनात है।