प्रतापगढ़। करोड़ों की लागत से बनी बस्ती में हजारों गरीबों का परिवार बसर कर रहा है। कांशीराम कालोनी जोगापुर के वाशिंदों की जिंदगी नारकीय हो गई है। बजबजाती नालियों से उठ रही दुर्गंध से सभी परेशान हैं। हर कदम पर बिखरी गंदगी साफ करने वाला कोई नहीं है। नालियों का पानी लोगों के दरवाजे तक फैला है।
बसपा सरकार में मुख्यमंत्री मायावती ने गरीबों को आवास देने की गरज से कांशीराम कालोनी का निर्माण कराया। इसे बनाने में सरकार के खजाने से करोड़ों रुपए खर्च हुए। कालोनी पाने वालों ने रहना शुरू कर दिया है। मगर जिला व नगर पालिका प्रशासन यहां व्यवस्था को लेकर उपेक्षात्मक रवैया अख्तियार किए हुए है। जोगापुर कालोनी में गंदगी का अंबार है। नालियों की सफाई तो आज तक हुई ही नहीं। घरों से निकला गंदा बदबूदार पानी नालियों में सड़ रहा है। हद यह है कि निचले तल पर आवासों की डेहरी तक यह पानी भरा हुआ है। हैंडपंप के आस-पास भी गंदगी व कचरे का अंबार है। यह गंदा पानी घातक बीमारी फैलाने वाले मच्छरों का आशियाना बन गया है। सड़क पर भी कचरों का ढेर लगा है। कालोनी में सफाई करने वाले कर्मियों को आज तक नहीं भेजा गया। नगर पालिका अध्यक्ष कहते हैं कि जोगापुर कालोनी पालिका क्षेत्र में नहीं आती तो सफाई कर्मी क्यों लगाया जाए।
जोगापुर कालोनी के पार्क में जलापूर्ति के लिए ट्यूबवेल लगा है। इसमें लगाई गई मोटर जल जाने के बाद जलनिगम के लोग खोल ले गए। आजम, दीपेन्द्र कुमार, रेखा देवी, बुधरानी सहित तमाम लोग कहते हैं कि आज तक मोटर बनवा कर लगाई नहीं गई। कई माह से पानी के संकट से लोग जूझ रहे हैं। सैकड़ों परिवारों का गला सिर्फ एक हैंडपंप सींच रहा है। इस हैंडपंप के आसपास भी गंदगी का साम्राज्य है। लोग गंदे पानी में पांव रख कर हैंडपंप से पानी भरने को विवश हैं।
प्रतापगढ़। करोड़ों की लागत से बनी बस्ती में हजारों गरीबों का परिवार बसर कर रहा है। कांशीराम कालोनी जोगापुर के वाशिंदों की जिंदगी नारकीय हो गई है। बजबजाती नालियों से उठ रही दुर्गंध से सभी परेशान हैं। हर कदम पर बिखरी गंदगी साफ करने वाला कोई नहीं है। नालियों का पानी लोगों के दरवाजे तक फैला है।
बसपा सरकार में मुख्यमंत्री मायावती ने गरीबों को आवास देने की गरज से कांशीराम कालोनी का निर्माण कराया। इसे बनाने में सरकार के खजाने से करोड़ों रुपए खर्च हुए। कालोनी पाने वालों ने रहना शुरू कर दिया है। मगर जिला व नगर पालिका प्रशासन यहां व्यवस्था को लेकर उपेक्षात्मक रवैया अख्तियार किए हुए है। जोगापुर कालोनी में गंदगी का अंबार है। नालियों की सफाई तो आज तक हुई ही नहीं। घरों से निकला गंदा बदबूदार पानी नालियों में सड़ रहा है। हद यह है कि निचले तल पर आवासों की डेहरी तक यह पानी भरा हुआ है। हैंडपंप के आस-पास भी गंदगी व कचरे का अंबार है। यह गंदा पानी घातक बीमारी फैलाने वाले मच्छरों का आशियाना बन गया है। सड़क पर भी कचरों का ढेर लगा है। कालोनी में सफाई करने वाले कर्मियों को आज तक नहीं भेजा गया। नगर पालिका अध्यक्ष कहते हैं कि जोगापुर कालोनी पालिका क्षेत्र में नहीं आती तो सफाई कर्मी क्यों लगाया जाए।
जोगापुर कालोनी के पार्क में जलापूर्ति के लिए ट्यूबवेल लगा है। इसमें लगाई गई मोटर जल जाने के बाद जलनिगम के लोग खोल ले गए। आजम, दीपेन्द्र कुमार, रेखा देवी, बुधरानी सहित तमाम लोग कहते हैं कि आज तक मोटर बनवा कर लगाई नहीं गई। कई माह से पानी के संकट से लोग जूझ रहे हैं। सैकड़ों परिवारों का गला सिर्फ एक हैंडपंप सींच रहा है। इस हैंडपंप के आसपास भी गंदगी का साम्राज्य है। लोग गंदे पानी में पांव रख कर हैंडपंप से पानी भरने को विवश हैं।