प्रतापगढ़। कलेजे को हिला देने वाली ठंड ने आम आदमी को झकझोर दिया है। घर हो या आफिस या फिर राह चलते लोगों के मुंह से सिर्फ एक ही वाक्य निकल रहा था, बाप रे बाप! ऐसी ठंड। गुरुवार को दिन और रात के तापमान में सिर्फ आठ डिग्री का अंतर रहा। दिन भर गलन भरी ठंड ने लोगों को कंपा कर रख दिया। गर्म कपड़ों में लिपटे लोग भी कांपने से नहीं बच सके।
गुरुवार की ठंड से आम आदमी ने तौबा बोल गया। शीत लहर से आम आदमी सिहर उठा। बच्चे हों या बूढ़े सभी के लिए सितम बनी ठंड ने ऐसा कहर बरपाया कि गर्म कपड़ों में लिपटे लोग भी अलाव का सहारा लेने को मजबूर हो गए। सुबह छाया घना कोहरा दोपहर बाद धुंध में परिवर्तित हो गया। बुधवार को झलक दिखाने वाले सूर्यदेव गुरुुवार को बाहर ही नहीं निकले। इससे जानलेवा बनी ठंड लोगों पर सितम ढाती रही। घर, आफिस के लोग कामकाज छोड़कर अलाव के सामने बैठे रहे। राहगीर जहां अलाव देखते वहीं रुककर हाथ सेकने लगते। प्रतापगढ़ में गुरुवार इस सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। न्यूनतम और अधिकतम पारा नीचे खिसकने के कारण दिन और रात के तापमान में सिर्फ आठ डिग्री का अंतर रहा। बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री से खिसक कर 3.5 पर जबकि अधिकतम तापमान 13 से नीचे लुढ़ककर 11.5 पर पहुंच गया। दिन और रात के तापमान में सिर्फ आठ डिग्री का अंतर होने से दिन भर कड़ाके की ठंड जारी रही।
प्रतापगढ़। कलेजे को हिला देने वाली ठंड ने आम आदमी को झकझोर दिया है। घर हो या आफिस या फिर राह चलते लोगों के मुंह से सिर्फ एक ही वाक्य निकल रहा था, बाप रे बाप! ऐसी ठंड। गुरुवार को दिन और रात के तापमान में सिर्फ आठ डिग्री का अंतर रहा। दिन भर गलन भरी ठंड ने लोगों को कंपा कर रख दिया। गर्म कपड़ों में लिपटे लोग भी कांपने से नहीं बच सके।
गुरुवार की ठंड से आम आदमी ने तौबा बोल गया। शीत लहर से आम आदमी सिहर उठा। बच्चे हों या बूढ़े सभी के लिए सितम बनी ठंड ने ऐसा कहर बरपाया कि गर्म कपड़ों में लिपटे लोग भी अलाव का सहारा लेने को मजबूर हो गए। सुबह छाया घना कोहरा दोपहर बाद धुंध में परिवर्तित हो गया। बुधवार को झलक दिखाने वाले सूर्यदेव गुरुुवार को बाहर ही नहीं निकले। इससे जानलेवा बनी ठंड लोगों पर सितम ढाती रही। घर, आफिस के लोग कामकाज छोड़कर अलाव के सामने बैठे रहे। राहगीर जहां अलाव देखते वहीं रुककर हाथ सेकने लगते। प्रतापगढ़ में गुरुवार इस सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। न्यूनतम और अधिकतम पारा नीचे खिसकने के कारण दिन और रात के तापमान में सिर्फ आठ डिग्री का अंतर रहा। बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री से खिसक कर 3.5 पर जबकि अधिकतम तापमान 13 से नीचे लुढ़ककर 11.5 पर पहुंच गया। दिन और रात के तापमान में सिर्फ आठ डिग्री का अंतर होने से दिन भर कड़ाके की ठंड जारी रही।