पीलीभीत। जंगल से बाहर मां से दूर बाघिन के शावक की सातवें दिन भी खारजा नहर क्षेत्र में मौजूदगी बनी रही। झाड़ियों में छिपा शावक सुबह और शाम के समय चहलकदमी करता है, ऐसे में उसकी निगरानी वनकर्मियों के लिए चुनौती बनी हुई है। उच्च स्तरीय आदेश न आने से अफसर भी कोई निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। दिन के अलावा रात में भी निगरानी करने के लिए अलग-अलग टीमों को सक्रिय किया गया है।
पूरनपुर क्षेत्र में आबादी के निकट खारजा नहर क्षेत्र में पहुंचा शावक एक ही स्थान पर डेरा जमाए है। 30 नवंबर को वीडियो वायरल होने के बाद अफसर गंभीर हुए। निगरानी के साथ पड़ताल शुरू की गई। शावक की पुष्टि होने के बाद बाघिन की तलाश भी की गई। काफी कोशिशों के बाद भी बाघिन के कोई प्रमाण नहीं मिल सके। अफसरों ने स्थलीय निरीक्षण कर स्थिति को परखा था। माना जा रहा है कि शावक जंगल की ओर नहीं लौट सकता। बाघिन के भी आसपास कोई प्रमाण नहीं मिले हैं। मामले की गंभीरता को समझने के बाद विभागीय मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी गई लेकिन मुख्यालय से कोई आदेश जारी नहीं किया गया। इधर वनकर्मी शावक की निगरानी में जुटे हैं। सुबह और शाम को शावक क्षेत्र में घूमता है। तय समय पर बाहर निकल रहे शावक पर वनकर्मी नजर रख रहे हैं।
रेंजर कपिल कुमार ने बताया कि शावक की निगरानी की जा रही है।