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पीलीभीत। शायद आपको पता यह न पात हो, लेकिन यह सच है कि आप जिस पानी को साफ समझ कर पी रहे हैं वो गंदा हो सकता है। शहर के नीचे बिछी पाइप लाइनें जर्जर और गल चुकी हैं। इन गली और टूटी पाइप लाइनों से पीने के पानी में बीमारी फैलाने वाले सैकड़ों परजीवी और गंदगी आपके शरीर में पहुंच रही है। मौजूदा में शहर की आधे से ज्यादा आबादी गंदा पानी पीने को मजबूर है। टाइफाइड, मियादी बुखार, पीलिया, डायरिया जैसी तमाम बीमारियों से परेशान लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। डॉक्टरों की मानें तो पेट की बीमारियों से पीड़ित 20 से 30 प्रतिशत मरीज हर रोज जिला अस्पताल में दवा लेने पहुंच रहे हैं।
वाटर प्यूरीफायर भी हुआ फेल
डॉक्टर बतातें हैं कि दवा लेने आने वालों में ज्यादातर लोगों के घरों में वाटर प्यूरीफायर लगा हुआ है। इसके बाद भी उनको गंदे पानी से होने वाली बीमारियां हो रही हैं।
उबला पानी है सबसे सुरक्षित
पानी को उबाल कर ठंडा करने के बाद ही पीएं। इससे आप पेट की तमाम बीमारियों से बचे रहेंगे। टाइफाइड, डायरिया, मियादी बुखार हो गया तो स्वस्थ होने में तीन हफ्ते लग जाएंगे।
डॉक्टर पीके मिश्रा, वरिष्ठ फिजीशियन
जल्दी ही बदली जाएंगी लाइनें
शहर में जल्दी ही नई पाइप लाइनें डालने का काम शुरू होने वाला है। जिन मोहल्लों में पानी की सप्लाई नहीं है। वहां भी नई पाइप लाइनें डाली जाएंगी।
प्रभात जायसवाल, नगर पालिका अध्यक्ष