निबंधक सहकारी ने जारी किया बकाया वसूली के आदेश
सहकारी बैंक और सहकारी समितियां वसूलेगी कर्ज
30 जून 2012 तक किसानों से होगी वसूली
पीलीभीत। निबंधक सहकारी ने सर्कुलर जारी कर किसानों से बकाया वसूली तेज करने के निर्देश दिए हैं। किसानों पर बकाया सहकारी देयकोें की शत - प्रतिशत वसूली को टारगेट तय कर 30 जून 2012 तक समय सीमा भी निर्धारित कर दी गई है। ऐसे में जिला सहकारी बैंक से कर्ज माफी की उम्मीद लगाए बैठे करीब 70 हजार किसानों को झटका लगा है।
जिले में कुल 76 सहकारी समितियां संचालित हैं। 15 ब्रांच जिला सहकारी बैंक और कुछ गन्ना समितियों द्वारा किसान फसल/ खाद आदि कार्यों के लिए कर्जा लेते हैं। विभागीय आंकड़ों पर गौर करें तो वित्तीय वर्ष 2011-12 में करीब 150 करोड़ रुपये किसानों पर बकाया था, जिसमें करीब 70 करोड़ रुपये की वसूली हो चुकी है। जबकि करीब 80 करोड़ रुपये की वसूली किसानों से नहीं हो पाई है, जिसके पीछे कर्ज माफी की उम्मीद वजह बताई जाती है।
बता दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान सपा ने अपने घोषणा पत्र में 50 हजार रुपये तक कर्ज माफी की घोषणा की थी। इसी उम्मीद में किसानों ने सहकारी समितियों और सहकारी बैंकों का कर्जा नहीं लौटाया था।
एक ही दिन में दो तरह के फैसले
एक जून 2012 को विशेष सचिव प्रदेश शासन ने सभी जिलों के सहायक निबंधक को सर्कुलर जारी कर बकाया वसूली तेज करने के आदेश दिए हैं, जिसमें कहा गया है कि सभी श्रेणी के किसानों के वर्तमान देयों की कर्ज माफी (31 मार्च 2012 के आधार पर) का कोई प्रस्ताव शासन में विचाराधीन नहीं है। सभी सहकारी देयों की शत-प्रतिशत वसूली 30 जून 2012 तक कर ली जाए। दूसरी ओर एक जून को प्रदेश के मुखिया ने किसानों की कर्ज माफी के लिए 500 करोड़ रुपये बजट का प्राविधान किया है।
बाक्स
सर्कुलर के संबंध में सभी समितियों के सचिवों और प्रबंध निदेशक को वसूली तेज करने के निर्देश दिए गए हैं। वसूली में फिसड्डी मिलने पर सचिवों के विरुद्ध कार्रवाई होगी।
बीएस पांडे, सहायक निबंधक
जिले के किसानों पर बकाया 80 करोड़
जिले के 70 हजार किसानों पर करीब 80 करोड़ का बकाया है। कर्ज माफी के संबंध में शनिवार को प्रकाशित खबर को लेकर बैंक में रुपया जमा करने आए किसान भी वापस लौट गए। कर्ज माफी को लेकर वसूली में दिक्कतें आ रहीं हैं।