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वकर्मियों से ज्यादा चालाक बाघ

Pilibhit Updated Mon, 04 Jun 2012 12:00 PM IST
पकड़ने आई टीम पूरी रात गड़ाए रही नजर

आज दिल्ली से आएगी एक्सपर्ट दल
झाड़ियों से निकलकर कहीं चले जाने की संभावना
लोकेशन जानने को रविवार को भटकीं टीमें, कामयाबी नहीं
पीलीभीत/ पूरनपुर। कई गांवों की आबादी के लिए आतंक का पर्याय बने बाघ को दूसरे दिन भी टीम नहीं पकड़ सकी। झुकना पुल के नीचे झाड़ियों में लगाए गए पिंजरे में पूरी रात बकरी मिमियाती रही और बाघ पिंजरे के करीब तक नहीं पहुंचा। उसके झाड़ियों में से निकलकर कहीं चले जाने की आशंका है। निगरानी को लगाई गई टीमें उसकी तलाश में जुटी रही। अब लोकेशन मिलने पर बाघ को ट्रैंकुलाइज करने को टीम मौके पर पहुंचेगी।
हरीपुर रेंज के कढे़रचौरा और उसके आसपास कई गांवों मेें बाघ का आतंक चार-पांच माह से है। बाघ आबादी में कब घुस आए, इसक ो लेकर लोग रात जाग कर गुजारन रहे हैं। गांवों के आसपास झाड़ियों में छिपकर बैठने वाला बाघ कई दिन से क्षेत्र में देखा जा रहा है। बाघ को ट्रैंकुलाइज करने को शनिवार को टीम जुटी रही थी। तमाम प्रयासों के बाद बाघ ट्रैंकुलाइज न होने पर शाम को झुकना पुल के नीचे बेशर्म की झाड़ियों में पिंजरा लगाकर उसे पकड़ने का प्रयास किया गया। पिंजरा में बकरी बांधने के साथ उसके लीवर पर अधकटा एक बकरे का शव लटकाया गया था। ताकि बाघ पिंजरे में घुसते ही फंस जाए। वनकर्मियों की माने तो पिंजरा लगाकर वनकर्मियों के हटते ही बाघ झाड़ियों से निकलकर कहीं चला गया। पिंजरा मेें पूरी रात बकरी मिमियाती रही और बाघ पिंजरा के आसपास भी नहीं पहुंचा। सुबह पिंजरा से बकरी निकाल ली गई। इधर, बाघ की निगरानी में लगाई गई टीमें दोपहर बाद तक बाघ की लोकेशन जानने को जुटी रही, लेकिन उसके पगमार्क न मिलने से लोकेशन की जानकारी नहीं हो सकी। सामाजिक वानिकी के रेंजर हसीब बेग ने बताया कि बाघ की लोकेशन को टीमें लगाई गई हैं। लोकेशन मिलते ही पंद्रह मिनट के अंदर टीम पहुंचकर उसके ट्रैंकुलाइज करने को जुट जाएगी। माना जा रहा है कि बाघ हालात जान कहीं और छिप गया है।


टीम ने डाला डेरा, लक्ष्य सिर्फ बाघ
बाघ को ट्रैंकुलाइज करने को एक और टीम की जरूरत पर दिल्ली से दो सदस्यीय टीम आज रवाना हो गई। दुधवा से ट्रैंकुलाइज एक्सपर्ट डब्ल्यूटीआई के डा. सौरभ सिंघवी और डब्ल्यूटीआई के ही प्रेमचंद पांडेय डेरा जमाए हैं। सामाजिक वानिकी के प्रभागीय निदेशक अरविंद सिंह ने बताया कि एक और टीम की डिमांड की गई है। इसको लेकर दिल्ली से दो सदस्यीय टीम रवाना हुई है, जो सोमवार सुबह तक पहुंचेगी।

हाथी और बडे़ पिंजरे का हो रहा इंतजाम
सामाजिक वानिकी के प्रभागीय निदेशक अरविंद सिंह ने बताया कि ट्रैंकुलाइज एक्सपर्ट द्वारा हाथी और बड़े पिजरे की मांग भी की गई है। उन्होंने बताया कि हाथी और बडे़ पिंजरे का इंतजाम किया जा रहा है।
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