पीलीभीत/हजारा। बाघों की मौत प्रकरण में अन्य फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी में जुटी टीम ने हजारा क्षेत्र से दो अन्य संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इनसे अज्ञात स्थान पर पूछताछ की जा रही है।
मालूम हो कि क्रमश: 24 और 25 मई को दो बाघों के शिकार मामले का 31 मई को वन अधिकारियों ने वर्क आउट का दावा किया था। वनाधिकारियों ने कहा था कि दोनों बाघों की मौत जहर मिलाए गए मृत पड्डा खाने से हुई थी। वन अधिकारियों ने ढक्का निवासी अकलाख को गिरफ्तार किया। वन कर्मियों के अनुसार इसने स्वीकारा कि रमजानी मंसूर, राधेश्याम और ताजुद्दीन के साथ मिलकर पड्डे पर जहर डाल दिया था तथा जहरीला मांस खाने से ही दोनों टाइगर मरे थे। अकलाख के घटना को कबूलने के बाद वन अधिकारियों ने उसे कोर्ट में पेस कराकर जेल पहुंचा दिया था।
इधर, फरार अभियुक्तों की तलाश चल रही थी कि हजारा क्षेत्र में दो अन्य संदिग्धों को उठाया गया है। वन सूत्रों की मानें तो जल्द ही नया क्लू मिल सकता है। डीएफओ वीके सिंह ने दो अन्य संदिग्धों को हिरासत में लेने की पुष्टि की है लेकिन उनके नामों का खुलासा करने से इनकार कर दिया है। हजारा क्षेत्र में चर्चा है कि इसमें बाघों की मौत मामले में एक वन वाचर का नाम भी सामने आ रहा है, हालांकि डीएफओ इससे इत्तेफाक नहीं रखते।
पीलीभीत/हजारा। बाघों की मौत प्रकरण में अन्य फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी में जुटी टीम ने हजारा क्षेत्र से दो अन्य संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इनसे अज्ञात स्थान पर पूछताछ की जा रही है।
मालूम हो कि क्रमश: 24 और 25 मई को दो बाघों के शिकार मामले का 31 मई को वन अधिकारियों ने वर्क आउट का दावा किया था। वनाधिकारियों ने कहा था कि दोनों बाघों की मौत जहर मिलाए गए मृत पड्डा खाने से हुई थी। वन अधिकारियों ने ढक्का निवासी अकलाख को गिरफ्तार किया। वन कर्मियों के अनुसार इसने स्वीकारा कि रमजानी मंसूर, राधेश्याम और ताजुद्दीन के साथ मिलकर पड्डे पर जहर डाल दिया था तथा जहरीला मांस खाने से ही दोनों टाइगर मरे थे। अकलाख के घटना को कबूलने के बाद वन अधिकारियों ने उसे कोर्ट में पेस कराकर जेल पहुंचा दिया था।
इधर, फरार अभियुक्तों की तलाश चल रही थी कि हजारा क्षेत्र में दो अन्य संदिग्धों को उठाया गया है। वन सूत्रों की मानें तो जल्द ही नया क्लू मिल सकता है। डीएफओ वीके सिंह ने दो अन्य संदिग्धों को हिरासत में लेने की पुष्टि की है लेकिन उनके नामों का खुलासा करने से इनकार कर दिया है। हजारा क्षेत्र में चर्चा है कि इसमें बाघों की मौत मामले में एक वन वाचर का नाम भी सामने आ रहा है, हालांकि डीएफओ इससे इत्तेफाक नहीं रखते।