पीलीभीत। शुक्रवार को अब तक सबसे गर्म दिन रहा। पंतनगर यूनीवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डॉ एचएस कुशवाहा के अनुसार पश्चिम से चलने वाली हवाओं का रुख बदलकर पूरब-उत्तर होने से गर्मी बढ़ गई है। बृहस्पतिवार की रात हवा न चलने के कारण लोग चैन की नींद नहीं सो सके। सुबह से आग उगलते सूरज को देखकर किसी का मन घर से बाहर निकलने को नहीं होता, लेकिन जरूरतमंद मजबूरी में सिर ढककर बाहर निकल रहे हैं। पशु-पक्षी भी बेहाल हैं। राहगीरों में एक महिला किसी काम से बाहर निकली तो गोद में मासूम बच्चे को धूप की तपिश से बचाने के लिए उसके सिर पर रुमाल रख दिया।
उधर, बाजार में दो बच्चों को धूप में बर्फ का मजा लेते कैमरे में कैद किया गया। शुक्रवार को पारा 43 डिग्री को छूने लगा है। दिन का अधिकतम तापमान 42.9 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 29.2 डिग्री रिकार्ड किया गया। मंगलवार को भीषण गर्मी के कारण दोपहरी में सड़कें सूनी हो गईं। यातायात थम सा गया। बच्चों के लिए भी दोपहरी के समय स्कूल से वापसी किसी सजा से कम नहीं लग रही है।
1
सड़कों पर इक्का-दुक्का दिखे लोग
दोपहर 2.00 बजे का वक्त। जब सूरज की तपिश चरम पर थी। सड़कों पर इक्का-दुक्का लोग ही दिखे। भीषण गर्मी से दोपहरी में बाजारों में सन्नाटा छा गया। सूरज की तपिश से बचने के लिए लोग सुबह और शाम को रोजमर्रा की चीजें खरीदते देखे गए। दोपहिया और चौपहिया वाहन भी सड़कों पर कम नजर आए।
2
स्टेशन और बस अड्डे पर भी दिखा असर
रेलवे स्टेशन पर पूर्णागिरि जाने और आने वालों की भीड़ रही, लेकिन सभी गर्मी से बेहाल दिखे। लोगबाग छाया की तलाश करते देखे गए। नित्य की अपेक्षा मंगलवार को यहां भीड़ कम रही। प्लेटफार्म पर इक्का-दुक्का यात्री ही नजर आए। उधर, रोडवेज बस अड्डे पर यात्रियों की संख्या नगण्य रहीं, जिससे वह खाली नजर आया।
पीलीभीत। शुक्रवार को अब तक सबसे गर्म दिन रहा। पंतनगर यूनीवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डॉ एचएस कुशवाहा के अनुसार पश्चिम से चलने वाली हवाओं का रुख बदलकर पूरब-उत्तर होने से गर्मी बढ़ गई है। बृहस्पतिवार की रात हवा न चलने के कारण लोग चैन की नींद नहीं सो सके। सुबह से आग उगलते सूरज को देखकर किसी का मन घर से बाहर निकलने को नहीं होता, लेकिन जरूरतमंद मजबूरी में सिर ढककर बाहर निकल रहे हैं। पशु-पक्षी भी बेहाल हैं। राहगीरों में एक महिला किसी काम से बाहर निकली तो गोद में मासूम बच्चे को धूप की तपिश से बचाने के लिए उसके सिर पर रुमाल रख दिया।
उधर, बाजार में दो बच्चों को धूप में बर्फ का मजा लेते कैमरे में कैद किया गया। शुक्रवार को पारा 43 डिग्री को छूने लगा है। दिन का अधिकतम तापमान 42.9 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 29.2 डिग्री रिकार्ड किया गया। मंगलवार को भीषण गर्मी के कारण दोपहरी में सड़कें सूनी हो गईं। यातायात थम सा गया। बच्चों के लिए भी दोपहरी के समय स्कूल से वापसी किसी सजा से कम नहीं लग रही है।
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सड़कों पर इक्का-दुक्का दिखे लोग
दोपहर 2.00 बजे का वक्त। जब सूरज की तपिश चरम पर थी। सड़कों पर इक्का-दुक्का लोग ही दिखे। भीषण गर्मी से दोपहरी में बाजारों में सन्नाटा छा गया। सूरज की तपिश से बचने के लिए लोग सुबह और शाम को रोजमर्रा की चीजें खरीदते देखे गए। दोपहिया और चौपहिया वाहन भी सड़कों पर कम नजर आए।
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स्टेशन और बस अड्डे पर भी दिखा असर
रेलवे स्टेशन पर पूर्णागिरि जाने और आने वालों की भीड़ रही, लेकिन सभी गर्मी से बेहाल दिखे। लोगबाग छाया की तलाश करते देखे गए। नित्य की अपेक्षा मंगलवार को यहां भीड़ कम रही। प्लेटफार्म पर इक्का-दुक्का यात्री ही नजर आए। उधर, रोडवेज बस अड्डे पर यात्रियों की संख्या नगण्य रहीं, जिससे वह खाली नजर आया।