पूरनपुर। एसडीएम प्रेम कुमार ने कारगिल शहीद के घर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। साथ ही शहीद की विधवा को दोशाला उढ़कर सम्मानित किया। गायत्री परिजन ने एसडीएम से शहीद की याद में बनी स्मृति वाटिका की दशा सुधरवाने की मांग की।
मालूम हो कि क्षेत्र के गांव रुदपुर निवासी सुरेंद्र सिंह लवाणा कारगिल युद्ध में 29 मई 1999 को शहीद हो गए थे। शहीद की याद में नगर के आसाम रोड पर खमरिया तिराहा पर स्मृति वाटिका बनाई गई थी। स्मृति वाटिका देखरेख के अभाव में बदहाल हो गई। वाटिका मुख्य गेट और चारों ओर लगाए गए कटीले तार चोर चोरी कर ले गए। स्मृति वाटिका अब जुआरियों का अड्डा बन गई है। इधर, शहीद की याद में गायत्री परिजन संदीप खंडेलवाल और एसडीएम प्रेम कुमार ने शहीद के घर पहुंचकर अपनी श्रद्धांजलि दी। एसडीएम और गायत्री परिजन संदीप खंडेलवाल ने शहीद की विधवा गुरमीत कौर को दोशाला उढ़कर सम्मानित किया। गायत्री परिजन ने स्मृति वाटिका की दशा संभालवाने की एसडीएम से मांग की। एसडीएम से शीघ्र उसकी दशा सुधरवाने के प्रयास का आश्वासन दिया।
पूरनपुर। एसडीएम प्रेम कुमार ने कारगिल शहीद के घर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। साथ ही शहीद की विधवा को दोशाला उढ़कर सम्मानित किया। गायत्री परिजन ने एसडीएम से शहीद की याद में बनी स्मृति वाटिका की दशा सुधरवाने की मांग की।
मालूम हो कि क्षेत्र के गांव रुदपुर निवासी सुरेंद्र सिंह लवाणा कारगिल युद्ध में 29 मई 1999 को शहीद हो गए थे। शहीद की याद में नगर के आसाम रोड पर खमरिया तिराहा पर स्मृति वाटिका बनाई गई थी। स्मृति वाटिका देखरेख के अभाव में बदहाल हो गई। वाटिका मुख्य गेट और चारों ओर लगाए गए कटीले तार चोर चोरी कर ले गए। स्मृति वाटिका अब जुआरियों का अड्डा बन गई है। इधर, शहीद की याद में गायत्री परिजन संदीप खंडेलवाल और एसडीएम प्रेम कुमार ने शहीद के घर पहुंचकर अपनी श्रद्धांजलि दी। एसडीएम और गायत्री परिजन संदीप खंडेलवाल ने शहीद की विधवा गुरमीत कौर को दोशाला उढ़कर सम्मानित किया। गायत्री परिजन ने स्मृति वाटिका की दशा संभालवाने की एसडीएम से मांग की। एसडीएम से शीघ्र उसकी दशा सुधरवाने के प्रयास का आश्वासन दिया।