स्टेशन की पीछे रिक्शा खड़ा करने की सजा दी
पीलीभीत। जीआरपी सिपाहियों ने बुधवार को एक रिक्शा चालक की बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसका दोष सिर्फ इतना था कि वह स्टेशन के पीछे सड़क पर रिक् शा लिए खड़ा था। घटना के बाद से रिक्शा चालकों में रोष व्याप्त हैं। रिक्शा चालकों ने रेलवे पुलिस पर बेकारी कराने का आरोप भी लगाया है।
मोहल्ला पहाड़ी गेट जिला रामपुर निवासी 30 वर्षीय राजू पांच रोज पहले अपना रिक्शा लेकर पीलीभीत आया था। यहां वह रिक्शा चलाकर मजदूरी कर रहा था। बुधवार को जीआरपी के दो सिपाहियों ने उसे इस कदर पीटा कि वह गश खाकर गिर पड़ा। उसका दोष सिर्फ इतना था कि वह सवारियां उतारकर रिक्शा सड़क पर खड़ा सवारियां उतार रहा था। पुलिस पिटाई से घायल राजू ने बताया कि वह स्टेशन की पीछे रिक्शा खड़ा कर सवारियां सड़क पर उतार रहा था। तभी पीछे से जीआरपी थाने से निकलकर पुलिस की जाप आ गई। इसमें बैठे दो सिपाहियों ने रिक्शा हटाने को कहा। उसने बताया कि वह रिक्शा आगे बढ़ाता की सिपाही ने उसकी डंडों और लात घूसों से बुरी तरह से पीट दिया, जिससे वह गश खाकर गिर पड़ा। इससे वहां हड़कंप मच गया। तमाम चालक अपने रिक्शे लेकर भाग खड़े हुए। सिपाहियों के जाने के बाद साथी रिक्शा चालकों ने उसे सड़क से उठाकर स्टेशन के पीछे लगे पाकड़ के पेड़ के नीचे लेटाया। घटना के बाद रिक् शा चालकों में आक्रोष व्याप्त हैं। रिक्शा चालकों ने बताया कि पुलिस उनसे बेकार कराती है। आवासों और थाना परिसर में उगी घास भी छिलवाते हैं।
घंटो पड़ा कराहता रहा चालक राजू
पुलिस पिटाई से घायल राजू पाकड़ के पेड़ के नीचे होश में आने के बाद घंटों कराहता रहा, लेकिन किसी ने उसकी मदद के लिए हाथ नहीं बढ़ाया। कराह रहे राजू ने रोते हुए बताया कि आरोपी सिपाहियों से लेकर एसओ की भी मानवीय संवेदनाएं नहीं जागी। बाद में कुछ लोग उसे प्राइवेट अस्पताल ले गए।
सिपाहियों ने रिक्शा चालक की पिटाई नहीं की है। सड़कों पर रिक्शे खड़े थे, इससे यात्रियों को आने-जाने में दिक्कतें हो रही थी। सिपाही रास्ते में खड़े रिक्शे हटा रहे थे। इसी दौरान वह भागा, और गिर पड़ा, जिससे उसे मामूली चोटें आईं है।
टीबी सिंह, एसओ जीआरपी, पीलीभीत
आदर्श स्टेशन पर खड़ी शाहजहांपुर पैसेंजर ट्रेन में सीट को लेकर यात्रियों में जमकर मारपीट हो गई, जिससे रेलवे स्टेशन भगदड़ मच गई। सूचना पर पहुंची जीआरपी पुलिस ने किसी तरह से मारपीट कर रहे लोगों को समझाबुझाकर मामला शांत कराया।