पीलीभीत। शारदा नदी के कटान से प्रति वर्ष बर्बाद हो रहे गांवो को बचाने के लिए गांव श्रीनगर में बनाए गए स्परों को सोतिया नदी के मोहाने पर बनाने की मांग को लेकर सोमवार को डीएम को ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में कहा गया है कि लंबे समय से शारदा नदी भू कटान कर रही है। क्षेत्र के कई गांव और हजारों एकड़ कृषि भूमि मय फसल के नदी में समा चुकी है। शारदा के कटान से भूमि को बचाने के लिए दों करोड़ 10 ाख रुपए की लागत से पांच स्परों का निर्माण कराया गया था। बीते वर्ष शारदा का जलस्तर बढ़ने से तीन स्पर नदी में समा गए। साथ ही 70 एकड़ भूमि कृषि सहित नदी में समा गई। शेष दो स्पर भी जर्जर अवस्था में आ गए। इन स्परों को एक किलोमीटर पश्चिम की ओर सोतिया नदी के मोहाने पर बनाया होता तो इस भूमि को बचाया जा सकता था। बारिश का मौसम नजदीक आता देख सिचाई विभाग स्परों की मरम्मत करवा रहा था। गांव के लोगों ने इसे रुकवा दिया। 16 सितंबर 2011 को श्रीनगर ग्राम पंचायत की खुली बैठक में निर्णय लिया गया कि आजाद नगर में बहने वाली सुतिया नदी जो शारदार में मिलती है, उसके मोहाने पर अवरोध लगाकर जलधारा मोड़ी जाए। ज्ञापन में समस्या का समाधान की मांग की गई। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रधान के साथ नगीना राम, वेद व्यास मणि, राम किशोर, शिव प्रसाद, संतोष, प्रेमचन्द्र, विक्रम, रामस्वरूप और उमा शंकर थे।