पीलीभीत। शहर से सटे गांव सड़ा गौटिया निवासी बेवा ने कृषि भूमि पर गांव सेमर गौटिया ताल्लुके जिरौनिया के कुछ लोगों द्वारा कब्जा करने पर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं होने पर सोमवार को परिवार को सदस्यों समेत कलेक्ट्रेट पर भूख हड़ताल शुरू कर दी।
पीड़ित नंदलली का कहना है कि सेमर गौटिया ताल्लुके जिरौनिया में उसके पति अंबर लाल के नाम कृषि भूमि है। पति के निधन के बाद जमीन उसके पुत्र सुरेंद्र और मनोज के नाम राजस्व अभिलेखों में दर्ज हो गई। उस जमीन से होने वाली आय से ही उसके परिवार की गुजर बसर होती है। गांव के कुछ लोग उसकी जमीन हड़पने के इरादे से कब्जे का काफी समय से प्रयास कर रहे हैं। जब वह लोग खेत पर जाते हैं तो उनके साथ मारपीट की जाती है। जुताई बुवाई करने में अड़चने पैदा करते हैं। थाना बरखेड़ा पुलिस और एसपी से कई बार इसकी शिकायत की गई, लेकिन नतीजा सिफर ही रहा।
बेवा का कहना है कि जमीन पर मालिकाना हक के लिए विपक्षियों ने न्यायालय में वाद दायर किया, लेकिन हार गए। न्यायालय ने भूमि पर उसके बच्चों का ही मालिकाना हक माना। आरोप है कि विपक्षियों ने उसके पति की ओर से एक फर्जी वसीयत तैयार कर उसके विरुद्ध न्यायालय में एक अन्य मुकदमा भी कर रखा है। इधर, जमीन पर लगातार कब्जे की कोशिश से उसका परिवार परेशान है।
आरोप है कि पुलिस मामले में ध्यान नहीं दे रही है। आजिज आकर वह अपने पुत्र सुकंदर, पुत्रवधु सुनीता, दूसरी पुत्रवधु नीरवती, पुत्री ओमवती, श्रीमती, भतीजे अजय व निशा सहित भूख हड़ताल शुरू कर दी। डीएम और एसपी को पत्र सौंप कर कार्रवाई की मांग की।
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अवैध कब्जे का मामला नहीं
महिला ने भूमि का कुछ भाग बेंच दिया है। जो भाग बेचा है, वहां से मिट्टी उठाने की कोशिश पर उसे खरीददार ने रोका था। सिर्फ इतना ही विवाद है। अवैध कब्जे का कोई मामला नहीं है। मंगलवार को राजस्व टीम को मौके पर भेजकर सीमांकन कराएंगे।
अरुण कुमार
तहसीलदार सदर
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मामला संज्ञान में आने पर देखा तो पता चला कि जमीन बिक चुकी है। इस भूमि पर एसडीएम कोर्ट, मंडलायुक्त, सिविल न्यायालय, और एसडीएम पूरनपुर कोर्ट में मुकदमों पर सुनवाई चल रही है। राजस्व टीम को मौके पर भेजकर वस्तुस्थिति दिखवाएंगे।
मोहम्मद नईम
एसडीएम सदर