पूरनपुर। हरीपुर रेंज के गदियाना कंपार्टमेंट में बाघ की चहल कदमी को जानने को जंगल मेें कई स्थानों पर मिट्टी के शूट बनाए गए हैं ताकि बाघ की चहल कदमी के क्षेत्र की जानकारी की जा सके। वन विभाग के अफसरों ने आज भी क्षेत्र में भ्रमण कर लोगों को जंगल में न जाने की सलाह दी। इसको लेकर कई जगह वैनर टंगवाए गए है।
मालूम हो कि रविवार को हरीपुर जंगल में कंपार्टमेंट नंबर 85 के समीप बाघ ने जंगल के रास्ते से निकल रहे सेहरामऊ उत्तरी थाना क्षेत्र के गांव जहूरगंज निवासी जगन्नाथ को मार डाला था। उनके शव को झाड़ियोें में छिपाकर बाघ जंगल में चला गया था। जगन्नाथ जंगल के रास्ते से पैदल शेरपुर कलां पेट्रोल पंप पर धान की फसल की सिंचाई को डीजल लेने जा रहा था। घटना के बाद वन महकमा सतर्क हो गया। बाघ और किसी को अपना निशाना न बना ले को लेकर वनकर्मियों ने पेट्रोलिंग शुरू की। हरीपुर रेंजर मंगत सिंह मलिक ने दुधवा के रेंजर के साथ गांव जहूरगंज में आज लोगों की बैठक लेकर जंगल न जाने की सलाह दी। रेंजर श्री मलिक ने बताया कि जंगल में न आवागमन में मुनादी को लेकर जगह-जगह वैनर टंगवाएं गए है। जंगल में 12-14 स्थानों पर शूट बनाया गया है। ताकि बाघ की चलह कदमी पर उसके पगमार्क को ट्रेस किया जा सके। उन्होंने बताया कि दो दिनों से बाघ की क्षेत्र में चहल कदमी न होने की पुष्टि हो रही है। उन्होेंने बताया कि बाघ की मानीटरिंग को दो कैमरे भी जंगल में लगाए गए है।
इधर, कढेरचौरा के समीप कई दिनों से देखे जा रहे बाघ को लेकर भी वन विभाग सतर्क है। सामाजिक वानिकी के रेंजर हसीब बेग ने बताया कि बाघ को ट्रंकुलाइज करने की परमीशन नहीं मिली है।
उन्होंने बताया कि बुधवार को दुधवा से आई टीम ने बाघ के क्षेत्र भ्रमण को लेकर सत्यापन किया। उन्होंने बताया कि टीम की रिपोर्ट पर ही बाघ को ट्रंकुलाइज करने की अनुमति मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि पिछले तीन दिनों से कढ़ेरचौरा क्षेत्र में बाघ की चहल कदमी होना नहीं पाई गई है।
पूरनपुर। हरीपुर रेंज के गदियाना कंपार्टमेंट में बाघ की चहल कदमी को जानने को जंगल मेें कई स्थानों पर मिट्टी के शूट बनाए गए हैं ताकि बाघ की चहल कदमी के क्षेत्र की जानकारी की जा सके। वन विभाग के अफसरों ने आज भी क्षेत्र में भ्रमण कर लोगों को जंगल में न जाने की सलाह दी। इसको लेकर कई जगह वैनर टंगवाए गए है।
मालूम हो कि रविवार को हरीपुर जंगल में कंपार्टमेंट नंबर 85 के समीप बाघ ने जंगल के रास्ते से निकल रहे सेहरामऊ उत्तरी थाना क्षेत्र के गांव जहूरगंज निवासी जगन्नाथ को मार डाला था। उनके शव को झाड़ियोें में छिपाकर बाघ जंगल में चला गया था। जगन्नाथ जंगल के रास्ते से पैदल शेरपुर कलां पेट्रोल पंप पर धान की फसल की सिंचाई को डीजल लेने जा रहा था। घटना के बाद वन महकमा सतर्क हो गया। बाघ और किसी को अपना निशाना न बना ले को लेकर वनकर्मियों ने पेट्रोलिंग शुरू की। हरीपुर रेंजर मंगत सिंह मलिक ने दुधवा के रेंजर के साथ गांव जहूरगंज में आज लोगों की बैठक लेकर जंगल न जाने की सलाह दी। रेंजर श्री मलिक ने बताया कि जंगल में न आवागमन में मुनादी को लेकर जगह-जगह वैनर टंगवाएं गए है। जंगल में 12-14 स्थानों पर शूट बनाया गया है। ताकि बाघ की चलह कदमी पर उसके पगमार्क को ट्रेस किया जा सके। उन्होंने बताया कि दो दिनों से बाघ की क्षेत्र में चहल कदमी न होने की पुष्टि हो रही है। उन्होेंने बताया कि बाघ की मानीटरिंग को दो कैमरे भी जंगल में लगाए गए है।
इधर, कढेरचौरा के समीप कई दिनों से देखे जा रहे बाघ को लेकर भी वन विभाग सतर्क है। सामाजिक वानिकी के रेंजर हसीब बेग ने बताया कि बाघ को ट्रंकुलाइज करने की परमीशन नहीं मिली है।
उन्होंने बताया कि बुधवार को दुधवा से आई टीम ने बाघ के क्षेत्र भ्रमण को लेकर सत्यापन किया। उन्होंने बताया कि टीम की रिपोर्ट पर ही बाघ को ट्रंकुलाइज करने की अनुमति मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि पिछले तीन दिनों से कढ़ेरचौरा क्षेत्र में बाघ की चहल कदमी होना नहीं पाई गई है।