बीसलपुर। सरकारी अस्पताल में स्टाफ की कमी के चलते स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। इससे आए दिन मरीजों और उनके तीमारदारों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
मालूम हो कि अस्पताल में अधीक्षक के अलावा 12 चिकित्साधिकारियों के पद स्वीकृत हैं। अस्पताल में पांच चिकित्साधिकारी ही तैनात हैं। अस्पताल में हृदय रोग, नाक कान गला, हड्डी, उदर, बाल, दंत, नेत्र, सर्जन, महिला रोग विशेषज्ञ, प्रभारी चिकित्साधिकारी और ब्लाक प्रोग्राम आफीसर आदि के पद पिछले काफी समय से रिक्त पड़े हैं। इन रोगों से संबंधित तमाम मरीज रोजाना इलाज के लिए अस्पताल आते हैं और डॉक्टरों की तैनाती न होने से लोग मायूस होकर लौट जाते हैं। अस्पताल में इन दिनों रेबीज के इंजेक्शनों का भी टोटा है। अस्पताल में कोई एंबुलेंस भी नहीं है, जिसके कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल तक ले जाने के लिए अपने वाहनों की व्यवस्था करनी पड़ती है। वहीं अस्पताल के गैराज में तीन एंबुलेंस काफी समय से खराब पड़ी हैं। विभाग ने इन खराब एंबुलेंस को आज तक सही कराने की जहमत नहीं उठाई है। अस्पताल के तीनों सुरक्षा कर्मचारियों की 31 मार्च को सेवाएं समाप्त हो गई थीं। उसके बाद अभी तक नए सुरक्षा कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं की गई है, जिससे अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही है।
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अस्पताल में मानक के अनुरूप स्टाफ तैनात कराने और एंबुलेंस उपलब्ध कराने का प्रस्ताव बनाकर सीएमओ दफ्तर भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में संक्रामक रोगों से निबटने के मजबूत प्रबंध कर लिए गए हैं।
अस्पताल अधीक्षक डॉ. यशवंत सिंह