पीलीभीत। शहर में यातायात की सुनियोजित व्यवस्था नहीं है। किसी भी सड़क पर न वन वे व्यवस्था है और न ही डिवाइडर। इससे कई जगहों पर जाम लग जाता है। शहर के अंदरूनी हिस्सों से जिला अस्पताल, कचहरी, रेलवे स्टेशन, रोडवेज आदि स्थानों पर जाने के लिए सिर्फ रिक्शों का ही सहारा है। इसमें रिक्शे वाले पूरी मनमानी करते हैं। नौगवां चौराहे से शहर के अंदरूनी भागों को कवर करते हुए रिंग रोड के रूप में टैंपो चलवाकर इस समस्या से निजात हासिल की जा सकती है।
वर्तमान में रेलवे स्टेशन कोतवाली, रोडवेज से शहर के किसी भी क्षेत्र और शहर के अंदरूनी भागों में एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए लोगों के पास एकमात्र रिक्शे का ही सहारा है। पंजाबियान चौराहे से कचेहरी जाने के लिए और बाजार में किसी भी स्थान से कचेहरी जाने के लिए भी सिर्फ रिक्शा की ही व्यवस्था है। जबकि नौगवां चौराहे से छतरी चौराहा होकर कचेहरी तक और रेलवे स्टेशन से कचहरी तक जाने के लिए टैंपो की व्यवस्था है। टैंपो शहर के किसी भी क्षेत्र में चलाने की व्यवस्था न हो पाने के कारण लोगों को रिक्शा चालकों की मनमानी का शिकार बनना पड़ता है। दरअसल इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि जिम्मेदार अधिकारियों ने कभी इस समस्या पर ध्यान ही नहीं दिया।
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इस तरह से हो सकती है व्यवस्था
कोतवाली से खकरा व नकटादाना होते हुए कचेहरी, गैस चौराहे से मां यशवंतरी देवी मंदिर व नकटादाना होते हुए कचेहरी, रेलवे स्टेशन से गौहनिया चौराहा, जिला अस्पताल, नकटादना, खकरा होते हुए कोतवाली, रोडवेज से बरेली गेट, गुरुद्वारा, पंजाबियान चौराहा, कोतवाली, आयुर्वेदिक कॉलेज, खकरा, नकटादाना होकर कचेहरी तक टैंपो चलावा कर यातायात व्यवस्था बनाई जा सकती है। इन मार्गो पर टैंपों के संचालन से शहर के लोगों को काफी राहत मिलेगी।
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यह काम भी करना होंगे
जिन मार्गो पर टैंपो चलाए जाने की संभावना है उन मार्गो को अतिक्रमण से मुक्त करवा कर सड़क चौड़ी हो और उस पर डिवाइडर बनाए जाने से व्यवस्था सुचारू हो सकती है। इस व्यवस्था से शहर के कई क्षेत्रों में जाम से भी मुक्ति मिल जाएगी।
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अभी तक नहीं बनी योजना
ईओ नगर पालिका विजय प्रताप सरल से इस बबात बात की गई तो उनका कहना था कि शहर के अंदरूनी बार्डर क्षेत्रों में टैंपो चलाने की अनुमति पालिक ा ही देगी। अभी तक इस दिशा में कोई योजना नहीं बनी। चुनाव बाद बोर्ड चाहेगा तो व्यवस्था कराएंगे।