बिलसंडा। ग्राम पंचायत रुरिया घुरिया के प्रधान की संदिग्ध हालातों में हुई मौत मामले में सोमवार को सीओ ने गांव पहुंचकर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
बात दें कि गांव रूरिया घुरिया निवासी प्रधान वीरेन्द्र कुमार राना छह अक्तूबर को गांव में ही पाकड़ के पेड़ पास बेहोशी हालत में मिले थे, जिनकी अस्पताल ले जाते मौत हो गई थी। परिजनों का आरोप है कि गांव के ही कुछ लोगाें ने शराब में जहर मिला कर पिला दिया था और बेहोशी हालत में डाल दिया था। मृतक के भाई की ओर से पुलिस ने गांव निवासी रामप्रताप, रामदुलारे, रामऔतार और धर्मपाल के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की थी। उधर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट न होने से विसरा जांच को सुरक्षित किया गया था, जिसकी अभी तक जांच रिपोर्ट पुलिस को नहीं मिल सकी। उधर मृतक के घरवालों ने नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी न किए जाने की शिकायत मानवाधिकार आयोग से की, जिस पर सीओ ने गांव पहुंचकर बयान लिए।
बिलसंडा। ग्राम पंचायत रुरिया घुरिया के प्रधान की संदिग्ध हालातों में हुई मौत मामले में सोमवार को सीओ ने गांव पहुंचकर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
बात दें कि गांव रूरिया घुरिया निवासी प्रधान वीरेन्द्र कुमार राना छह अक्तूबर को गांव में ही पाकड़ के पेड़ पास बेहोशी हालत में मिले थे, जिनकी अस्पताल ले जाते मौत हो गई थी। परिजनों का आरोप है कि गांव के ही कुछ लोगाें ने शराब में जहर मिला कर पिला दिया था और बेहोशी हालत में डाल दिया था। मृतक के भाई की ओर से पुलिस ने गांव निवासी रामप्रताप, रामदुलारे, रामऔतार और धर्मपाल के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की थी। उधर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट न होने से विसरा जांच को सुरक्षित किया गया था, जिसकी अभी तक जांच रिपोर्ट पुलिस को नहीं मिल सकी। उधर मृतक के घरवालों ने नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी न किए जाने की शिकायत मानवाधिकार आयोग से की, जिस पर सीओ ने गांव पहुंचकर बयान लिए।