पीलीभीत। डीजल सप्लाई बाधित होने से यहां एचपी कंपनी के पंपों पर मारामारी मच गई। देखते ही देखते शहर के सभी पेट्रोल पंप से डीजल गायब हो गया। शाम को एक पेट्रोल पंप पर डीजल उतरा तो भीड़ उमड़ पड़ी। कुछ घंटों में ही पूरा ट्रक डीजल बिक गया और किल्लत बरकरार रही। शहर के 16 पेट्रोल पंप पर डीजल न बिकने से सोमवार को 52 लाख का कारोबार चौपट हो गया। इससे वाहन चालकों के साथ किसानों को बेहद दिक्कत हुई। तमाम किसानों को खाली हाथ भी लौटना पड़ा।
सोमवार को हिंदुस्तान पेट्रोलियम की डीजल सप्लाई बाधित होने से इन पंपों पर पहले तेल खत्म हुआ। फिर शहर के एक-एक कर सभी पंप पर डीजल बिक्री बंद हो गई। नतीजतन लोग डीजल की तलाश में भटकते देखे गए। टनकपुर रोड स्थित रुहेलखंड सर्विस स्टेशन पर शाम करीब साढ़े छह बजे डीजल गाड़ी आई तो भीड़ लग गई। कुछ देर पूरा डीजल बिक गया और बिक्री बंद कर दी गई।
गौरतलब है कि पारा चढ़ने से आम जनजीवन तो बेहाल ही है साथ ही जिले में अघोषित बिजली कटौती ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। तेज धूप के चलते खेतों में खड़ी फसलें सूख रही हैं। बिजली की आवाजाही से किसानों को पंपिंग सेट से पानी लगाना पड़ रहा है। धान की रोपाई को डीजल की खपत लगातार बढ़ रही है।
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सुबह से घूम रहा पर नहीं मिला डीजल
थाना गजरौला क्षेत्र के ग्राम दियूरी निवासी सीताराम साइकिल पर जरीकेन बांधे गौहनियां चौराहे पर लगे एक पेड़ की छांव में खड़े थे। बोले, सुबह से शहर के पेट्रोल पंपों के चक्कर काट रहा हूं, लेकिन कहीं डीजल नहीं मिल रहा है। खेत पर पंपिग सेट बंधा है। पानी के अभाव में फसल सूख रही है।
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सूख रही है गन्ने की फसल
ग्राम संतोषपुरा थाना सुनगढ़ी निवासी रमेश कुमार ने बताया गेहूं की मड़ाई के कारण वह दो एकड़ गन्ने के खेत में पानी नहीं लगा सका। मौका मिला तो पंपिग सेट की व्यवस्था भी की, दोपहर से कई पेट्रोल पंपों के चक्कर काट रहा हूं पर डीजल नहीं मिला।
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खाली लौटकर जाना मजबूरी
खाईखेड़ा निवासी शिव सिंह ने बताया कि तीन-चार लीटर डीजल घर पर रखा था, जिसके सहारे पंपिग सेट चालू करा दिया। सोंचा था कि दो तीन घंटे में डीजल लेकर वापस आ जाऊंगा, लेकिन तीन घंटे तक पेट्रोलपंपों पर भटकने के बाद भी तेल नहीं मिला। मजबूरन खाली लौटकर जाना पड़ रहा है।
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आए दिन नहीं मिलता डीजल
खाईखेड़ा निवासी बनवारी लाल भी सोमवार को साइकिल से डीजल लेने पहुंचे। चिलचिलाती धूप में पूरे शहर में घूमने के बाद भी डीजल नहीं मिला। पूछे जाने पर बताया कि साहब दो एकड़ गन्ना सूख रहा था। मजदूर भी कर लिए थे, लेकिन डीजल न मिलने से दिक्कत हो गई है। यह समस्या आए दिन रहती है।
वर्जन
अचानक खपत बढ़ने से हुई दिक्कत
शहर के कुछ पेट्रोल पंपों पर डीजल नहीं था लिहाजा, सोमवार को मांग ज्यादा रही। दोपहर बाद डीजल खत्म हुआ है। शाम तक गाड़ी पहुंचने की उम्मीद है।
रघुराज सिंह, मैनेजर
रुहेलखंड सर्विस स्टेशन