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नोएडा। बिजली विभाग ने गर्मी में कटौती की समस्या से निपटने के लिए जुगाड़ शुरू कर दिया है। शहर को करीब 900 मेगावाट की मांग के मुकाबले 750 मेगावाट बामुश्किल मिल पाती है। ऐसे में विभाग ने गाजीपुर-बदरपुर लाइन से 150 एमवीए बिजली की मांग रखी है। यह बिजली इस लाइन के मेन्टीनेंस के बदले मांगी जा रही है। इस संबंध में लखनऊ के अधिकारियों से तकनीकी बिंदुओं पर चर्चा हुई। इसके बाद विद्युत निगम के चेयरमैन दिल्ली से वार्ता की तैयारी कर रहे हैं।
पश्चिमांचल विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता सीएल गुप्ता ने बताया कि बदरपुर-नोएडा-गाजीपुर के बीच सिंगल सर्किट लाइन 1983 में बिछाई गई थी। इसका रखरखाव यूपी ट्रांसमिशन करती है, जबकि बिजली का प्रयोग दूसरे राज्य में होता है। गत वर्ष गर्मी में इस लाइन पर अधिकतम भार 180 एमवीए ही पड़ा। नोएडा को इस लाइन से 120 से 150 एमवीए बिजली मिल सकती है, जिससे उसकी बिजली की समस्या हल हो सकती है। इसका फैसला लेने का अधिकार एनआरएलडीसी (नॉर्दर्न रीजन लोड डिस्पेच सेंटर) के पास है। फिलहाल उत्तरी ग्रिड के चेयरमैन यूपी विद्युत निगम के चेयरमैन ही हैं। इसलिए उम्मीद जताई जा रही है कि बदरपुर-गाजीपुर लाइन का फायदा आने वाली गर्मियों में मिल ही जाएगा। फिलहाल गाजीपुर-बदरपुर लाइन से केवल गाजीपुर स्टेशन की विद्युत आपूर्ति होती है। इस पर ज्यादा भार नहीं है। ऐसे में इससे नोएडा को बिजली मिल सकती है।
नोएडा। बिजली विभाग ने गर्मी में कटौती की समस्या से निपटने के लिए जुगाड़ शुरू कर दिया है। शहर को करीब 900 मेगावाट की मांग के मुकाबले 750 मेगावाट बामुश्किल मिल पाती है। ऐसे में विभाग ने गाजीपुर-बदरपुर लाइन से 150 एमवीए बिजली की मांग रखी है। यह बिजली इस लाइन के मेन्टीनेंस के बदले मांगी जा रही है। इस संबंध में लखनऊ के अधिकारियों से तकनीकी बिंदुओं पर चर्चा हुई। इसके बाद विद्युत निगम के चेयरमैन दिल्ली से वार्ता की तैयारी कर रहे हैं।
पश्चिमांचल विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता सीएल गुप्ता ने बताया कि बदरपुर-नोएडा-गाजीपुर के बीच सिंगल सर्किट लाइन 1983 में बिछाई गई थी। इसका रखरखाव यूपी ट्रांसमिशन करती है, जबकि बिजली का प्रयोग दूसरे राज्य में होता है। गत वर्ष गर्मी में इस लाइन पर अधिकतम भार 180 एमवीए ही पड़ा। नोएडा को इस लाइन से 120 से 150 एमवीए बिजली मिल सकती है, जिससे उसकी बिजली की समस्या हल हो सकती है। इसका फैसला लेने का अधिकार एनआरएलडीसी (नॉर्दर्न रीजन लोड डिस्पेच सेंटर) के पास है। फिलहाल उत्तरी ग्रिड के चेयरमैन यूपी विद्युत निगम के चेयरमैन ही हैं। इसलिए उम्मीद जताई जा रही है कि बदरपुर-गाजीपुर लाइन का फायदा आने वाली गर्मियों में मिल ही जाएगा। फिलहाल गाजीपुर-बदरपुर लाइन से केवल गाजीपुर स्टेशन की विद्युत आपूर्ति होती है। इस पर ज्यादा भार नहीं है। ऐसे में इससे नोएडा को बिजली मिल सकती है।