मुजफ्फरनगर, 14 अगस्त। नगर पालिका के सहायक अभियंता निर्माण बिजेंद्र पाल सिंह को उनकी हठधर्मिता और बदसलूकी के आरोप में कार्य से मुक्त कर दिया गया है। निर्माण विभाग के ही अवर अभियंता राम प्रसाद यादव को सहायक अभियंता का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
मंगलवार को नगर पालिकाध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने नगर के विकास एवं सुंदरीकरण पर विचार-विमर्श करने हेतु अपने कक्ष में एक बैठक का आयोजन किया। इसमें निर्माण विभाग के सहायक अभियंता, अन्य अवर अभियंता और सभासदगण मौजूद रहे। आरोप है कि वार्ड नंबर 15 में उखडे़ पडे़ नाले के चैनल को कई बार सही कराने के लिए कहा जा चुका है, मगर सहायक अभियंता बिजेंद्र पाल ने कार्य पूरा नहीं किया। इसी तरह अन्य कई कार्यों को उन पर अपनी हठधर्मिता के चलते नहीं किए जाने के आरोप हैं। साथ ही बैठक में पालिकाध्यक्ष के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कई कार्यों को करने से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं सहायक अभियंता द्वारा 11-12 हजार रुपये तक के विकास कार्यों के लिए भी निविदाएं आमंत्रित करने को कहा, जबकि इससे पूर्व 50 हजार रुपये तक के कार्य केवल अधिशासी अधिकारी की संस्तुति के बाद सहायक अभियंता द्वारा करा दिए गए थे। मामले को गंभीरता से लेते हुए पालिकाध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने तत्काल प्रभाव बिजेंद्र पाल से निर्माण-विकास कार्यों का दायित्व छीन लिया और नगर के नालों व अन्य स्थलों से अतिक्रमण हटवाने की जिमेंदारी दे दी, जबकि अवर अभियंता राम प्रसाद यादव को सहायक अभियंता का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। पालिकाध्यक्ष पंकज अग्रवाल का कहना है कि कई बार विकास कार्यों को करने के लिए आदेशित किए जाने के बाद भी बिजेंद्र द्वारा कार्य नहीं किए गए। जिसके चलते उनको निर्माण व विकास कार्यों से मुक्त कर दिया गया है।
मुजफ्फरनगर, 14 अगस्त। नगर पालिका के सहायक अभियंता निर्माण बिजेंद्र पाल सिंह को उनकी हठधर्मिता और बदसलूकी के आरोप में कार्य से मुक्त कर दिया गया है। निर्माण विभाग के ही अवर अभियंता राम प्रसाद यादव को सहायक अभियंता का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
मंगलवार को नगर पालिकाध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने नगर के विकास एवं सुंदरीकरण पर विचार-विमर्श करने हेतु अपने कक्ष में एक बैठक का आयोजन किया। इसमें निर्माण विभाग के सहायक अभियंता, अन्य अवर अभियंता और सभासदगण मौजूद रहे। आरोप है कि वार्ड नंबर 15 में उखडे़ पडे़ नाले के चैनल को कई बार सही कराने के लिए कहा जा चुका है, मगर सहायक अभियंता बिजेंद्र पाल ने कार्य पूरा नहीं किया। इसी तरह अन्य कई कार्यों को उन पर अपनी हठधर्मिता के चलते नहीं किए जाने के आरोप हैं। साथ ही बैठक में पालिकाध्यक्ष के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कई कार्यों को करने से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं सहायक अभियंता द्वारा 11-12 हजार रुपये तक के विकास कार्यों के लिए भी निविदाएं आमंत्रित करने को कहा, जबकि इससे पूर्व 50 हजार रुपये तक के कार्य केवल अधिशासी अधिकारी की संस्तुति के बाद सहायक अभियंता द्वारा करा दिए गए थे। मामले को गंभीरता से लेते हुए पालिकाध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने तत्काल प्रभाव बिजेंद्र पाल से निर्माण-विकास कार्यों का दायित्व छीन लिया और नगर के नालों व अन्य स्थलों से अतिक्रमण हटवाने की जिमेंदारी दे दी, जबकि अवर अभियंता राम प्रसाद यादव को सहायक अभियंता का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। पालिकाध्यक्ष पंकज अग्रवाल का कहना है कि कई बार विकास कार्यों को करने के लिए आदेशित किए जाने के बाद भी बिजेंद्र द्वारा कार्य नहीं किए गए। जिसके चलते उनको निर्माण व विकास कार्यों से मुक्त कर दिया गया है।